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बिहार में चुनाव आयोग ने सभी दलों की मीटिंग बुलाई, बीजेपी ने बुर्के को लेकर बड़ी मांग रख दी

Bihar EC Meeting: चुनाव आयोग (EC) से कहा कि वोटिंग के दौरान बुर्का पहनकर आने वाली महिलाओं के चेहरों के मिलान वोटर ID पर छपी फोटो से किया जाए ताकि सही वोटर ही वोट डाल सके. और भी कई मांगें पार्टी ने की हैं.

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बीजेपी नेता दिलीप जयसवाल (बाएं). पार्टी ने बूथ कैप्चरिंग वाले क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की भी मांग की है. (फोटो- आजतक/PTI)
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ऐश्वर्या पालीवाल

बिहार चुनाव (Bihar Election) की तारीखों के ऐलान से पहले बीजेपी ने मांग की है कि चुनाव एक या दो फेज में कराए जाएं. साथ ही चुनाव आयोग (EC) से कहा कि वोटिंग के दौरान बुर्का पहनकर आने वाली महिलाओं के चेहरों के मिलान वोटर ID पर छपी फोटो से किया जाए ताकि सही वोटर ही वोट डाल सके.

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बिहार चुनाव नवंबर में होने हैं. लेकिन अभी तक चुनाव आयोग ने तारीखों का एलान नहीं किया है. तारीखों के एलान से पहले शनिवार 4 अक्टूबर को चुनाव आयोग की टीम ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में बिहार के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान बीजेपी समेत तमाम पार्टियों ने आयोग के सामने अपनी कुछ मांगे रखीं. 

चुनाव आयोग की बैठक में BJP की मांग

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग की बैठक में बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने उन इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की, जहां बूथ कैप्चरिंग और वोटर्स को डराने-धमकाने का खतरा है. बैठक के बाद जायसवाल ने मीडिया से कहा,

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“हमने चुनाव आयोग से चुनाव एक या दो चरणों में कराने की अपील की है. इसे कई चरणों में बांटने की जरूरत नहीं है. साथ ही मतदाताओं खासकर बुर्के में आने वाली महिलाओं के चेहरों का मिलान उनके मतदाता पहचान पत्र (EPCI) से किया जाना चाहिए ताकि सिर्फ असली वोट ही डाले जा सकें.”

फ्लैग मार्च निकालने की अपील

बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि अति पिछड़े वर्गों, जैसे कमजोर वर्गों की ज्यादा आबादी वाले गांवों में चुनाव से कुछ दिन पहले फ्लैग मार्च निकाला जाए. साथ ही कहा कि नदी किनारे वाले इलाकों में जहां पहले बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं, वहां घुड़सवार सेना की तैनाती भी की जानी चाहिए.

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बैठक के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त (मध्य) व अन्य. (फोटो- PTI)

दिलीप जायसवाल ने बताया कि चुनाव की तारीखों को लेकर भी आयोग के साथ चर्चा की. उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के कम से कम 28 दिन बाद ही चुनाव कराए जा सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव जल्द से जल्द होने चाहिए और इसमें और देरी नहीं होनी चाहिए.

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दूसरी पार्टियों ने EC को ये सुझाव दिए

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने चुनाव को एक ही चरण में कराने की अपील की है. इसके लिए पार्टी ने महाराष्ट्र का उदाहरण दिया. महाराष्ट्र विधानसभी की 288 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव कराया गया था. जबकि बिहार में उसके मुकाबले 243 सीटें ही हैं. जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने बताया कि उन्होंने सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती को सुनिश्चित करने की अपील की है.

बीजेपी के अलावा, कांग्रेस, JDU, RJD, BSP, CPI(M), CPI(ML) लिबरेशन, आम आदमी पार्टी, LJP, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी और अन्य पार्टियों ने चुनाव छठ त्योहार के तुरंत बाद कराए जाने की अपील की है. साथ ही दोहराया कि चुनाव कम से कम चरण में आयोजित कराए जाएं.

चुनाव आयोग ने पार्टियों को दिए सुझाव

बिहार बीजेपी अध्यक्ष जायसवाल ने बताया कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं. आयोग का कहना है कि वोटिंग खत्म होने के बाद मतदान एजेंटों को पीठासीन अधिकारी से फॉर्म 17C लेना जरूरी है. कई बार एजेंट यह फॉर्म लिए बिना ही अपने बूथ छोड़ देते हैं, जिसकी वजह से बाद में विवाद होता है. 

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