'उत्तर प्रदेश की जनता को हमारी सीटें ढाई गुनी व मत प्रतिशत डेढ़ गुना बढ़ाने के लिए हार्दिक धन्यवाद. हमने दिखा दिया है कि भाजपा की सीटों को घटाया जा सकता है. भाजपा का ये घटाव निरंतर जारी रहेगा. आधे से ज़्यादा भ्रम और छलावा दूर हो गया है बाकी कुछ दिनों में हो जाएगा. जनहित का संघर्ष जीतेगा!'
अखिलेश यादव
2012 में 29 फीसदी वोट मिलने पर ही सपा की बन गई थी सरकार सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार के चुनाव नतीजों से इसलिए भी संतुष्ट नजर आए क्योंकि समाजवादी पार्टी को 2012 के चुनाव में 2022 से भी कम वोट मिले थे और तब उसने सूबे में सरकार बना ली थी. 2012 में सपा का वोट शेयर 29 फीसदी था और उसने 224 सीटों पर जीत हासिल की थी. यही वजह है कि इस बार सपा भले ही सरकार नहीं बना पाई, लेकिन बढ़े वोट शेयर को वह भविष्य की अपनी उम्मीदों के तौर पर देख रही है.
हालांकि, इस चुनाव में BJP का वोट शेयर सपा के मुकाबले काफी ज्यादा रहा है, इस बार बीजेपी को 41 फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं. सीटों की बात करें तो इस चुनाव में बीजेपी को 255 और उसके गठबंधन को 273 सीटों पर जीत मिली है. वहीं, बसपा का मत प्रतिशत जो 2012 के विधानसभा चुनाव में 25 फीसदी और 2017 के चुनाव में 22 फीसदी था, इस बार घटकर महज 12.9 फीसदी रह गया. बतादें, बसपा को इस चुनाव में महज एक सीट मिली है.