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ITR भरने में होती है उलझन, AIS आसान कर देगा काम, डाउनलोड का तरीका जानें

AIS टैक्सपेयर्स की कमाई, सभी तरह के वित्तीय ट्रांजैक्शन, टैक्स कटौती का हिसाब-किताब, इनकम टैक्स से मिले कोई भी नोटिस/लेटर जैसी कई अन्य जरूरी जानकारियों से लैस होता है.

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टैक्सपेयर्स गूगल प्ले स्टोर पर या ऐप स्टोर से ‘AIS for Taxpayer’ ऐप डाउनलोड कर सकते हैं. (तस्वीर साभार- Freepik)

आयकर रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 31 जुलाई, 2023 है. आधी से ज्यादा आबादी को ये काम उलझाऊ ही लगता है. लेकिन कई ऐसे तरीके हैं जो रिटर्न भरने का काम आसान बना सकते हैं. इनमें से ही एक है एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट है. आम भाषा में यह AIS के नाम से प्रचलित है. करदाताओं के लिए टैक्स भरने की प्रक्रिया आसान करने के लिए टैक्स डिपार्टमेंट एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (AIS) जारी करता है. 

AIS टैक्सपेयर्स की कमाई, सभी तरह के वित्तीय ट्रांजैक्शन, टैक्स कटौती का हिसाब किताब, इनकम टैक्स से मिले कोई भी नोटिस/लेटर जैसी कई अन्य जरूरी जानकारियों से लैस होता है. रिटर्न फाइल करते समय टैक्सपेयर AIS का इस्तेमाल करके आसानी से टैक्स भर सकते हैं. अगर टैक्सपेयर्स को लगता है कि AIS में दी गई जानकारी गलत है तो वे आयकर विभाग को बताकर इसमें सुधार भी करवा सकते हैं. AIS की सुविधा सबसे पहले नवंबर, 2021 में शुरू हुई थी, लेकिन इस साल मार्च में AIS ऐप भी लॉन्च कर दिया गया है.

आइए जानते हैं AIS कहां से और कैसे डाउनलोड कर सकते हैंः

पहला स्टेप: इनकम टैक्स की ई-फाइलिंग वेबसाइट incometax.gov.in पर लॉगिन करें. अगर आप नए यूजर हैं तो आपको सबसे पहले ई फाइलिंग पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा.

दूसरा स्टेप: लॉग-इन करने के बाद सबसे ऊपर नीले रंग की पट्टी पर कई ऑप्शन दिखेंगे. सर्विसेज के बगल में AIS यानी एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट लिखा नजर आएगा.

तीसरा स्टेपः उसे क्लिक करते ही डिस्क्लेमर की तरह एक मैसेज लिखकर आएगा, जिसमें लिखा होगा कि Proceed यानी ‘आगे बढ़ें’. उस पर क्लिक करते ही AIS का अलग होमपेज खुल जाएगा.

चौथा स्टेपः नए होमपेज पर आपको दो ऑप्शन मिलेंगे- एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (AIS) और टैक्सपेयर इन्फॉर्मशन समरी (TIS). TIS में AIS वाली जानकारी ही कैटेगरी वाइज दी होती है. अगर टैक्सपेयर ने फीडबैक देकर कोई करेक्शन कराया है तो TIS में पुराने और संशोधित दोनों आंकड़े दिखेंगे. TIS में संशोधित वैल्यू का इस्तेमाल रिटर्न की प्री-फाइलिंग में काम आता है.

पांचवां स्टेपः ऊपर दाईं तरफ फाइनेंशियल ईयर चुनने का विकल्प मिलेगा. जिस फाइनेंशियल ईयर की जानकारी चाहिए उसे चुन लें. उसके बाद AIS वाले टैब को सेलेक्ट कर लें.

छठवां स्टेपः क्लिक करते ही अगले विंडो में AIS की जानकारी खुल जाएगी. इसमें दो पार्ट होंगे ए और बी. पार्ट ए में टैक्सपेयर की सामान्य जानकारी जैसे- पैन, आधार, नाम, जन्म तारीख, मोबाइल नंबर, ई-मेल और पता. वहीं पार्ट बी में चुने हुए फाइनेंशियल ईयर के दौरान टैक्सपेयर की सभी वित्तीय जानकारी का जिक्र होगा. यह जानकारी नामित इनकम टैक्स अथॉरिटी जारी करती है. पार्ट बी में दी गई जानकारी इन कैटिगरी में मिलेगी:

(a) TDS/TCS इन्फॉर्मेशन

(b) SFT इन्फॉर्मेशन

(c) टैक्स का भुगतान

(d) डिमांड और रिफंड

(e) अन्य जानकारियां

सातवां स्टेप: AIS में दी गई जानकारी को आप चाहें तो डाउनलोड कर सकते हैं. टैक्सपेयर्स के पास CSV, JSON, और PDF फॉर्मैट में डाउनलोड करने का ऑप्शन मिलेगा. CSV फॉर्मैट चुन कर टैक्सपेयर हर कैटिगरी के ट्रांजैक्शन को अलग-अलग डाउनलोड कर सकते हैं. या फिर PDF या JSON फॉर्मैट चुनकर एक बार में ही AIS डाउनलोड कर सकते हैं.

अगर पीडीएफ डाउनलोड करते हैं तो इसे खोलने के लिए पासवर्ड लगेगा. इस पीडीएफ को खोलने के लिए अपने पैन कार्ड (स्मॉल लेटर में) और जन्म की तारीख को एक साथ भरना होगा. मिसाल के तौर पर अगर PAN AAAAA1234A है और जन्म की तारीख 21 जनवरी, 1991 है तो आपका पासवर्ड होगा aaaaa1234a21011991.

AIS ऐप कैसे काम करता है?

वेबसाइट से AIS कैसे डाउनलोड कर सकते हैं ये तो जान लिया. अब जानते हैं ऐप से कैसे जानकारी पा सकते हैं. टैक्सपेयर्स को गूगल प्ले स्टोर पर या ऐप स्टोर पर ‘AIS for Taxpayer’ नाम का ऐप मिलेगा. उसे डाउनलोड कर लें. इंस्टॉल करने के बाद टैक्सपेयर्स को पैन नंबर और जन्म की तारीख देकर ऐप पर रजिस्टर करना होगा.

ये डिटेल भरने के बाद ई-फाइलिंग पोर्टल से जुड़े फोन नंबर और ईमेल पर ओटीपी आएगा. ओटीपी डालने के बाद यूजर्स को चार अंकों का पिन भी रखना होगा. पिन सेव करने के बाद यूजर आसानी से AIS डाउनलोड कर सकते हैं.