रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट कट(Repo rate cut) किया तो सभी खुशी से चिल्लाने लगे कि भाई EMI सस्ती होगी. बोझ थोड़ा हल्का होगा. पैसे बचेंगे. खुश होने वाली बात है भी. क्योंकि, इससे पहले RBI इस साल अब तक दो बार रेपो रेट कट कर चुका है. उन दोनों मौकों पर बैंकों ने लोन की ब्याज दरें घटाकर लोगों को राहत दी है. और अबकी बार तो RBI ने 0.50% रेपो रेट घटाया है, तो मजे की बात तो है. इसी खुशी-खुशी के माहौल के बीच ICICI बैंक ने एक झोल कर दिया है.
रेपो रेट घटा तो सोचा EMI कम होगी, लेकिन ICICI बैंक ने खेल कर दिया
रेपो रेट में कटौती के बाद बैंकों ने लोन सस्ता करना तो शुरू कर दिया है. लेकिन दूसरी तरफ फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला रिटर्न भी घटाने लगे हैं. हाल ही में ICICI बैंक ने एफडी की ब्याज दरें 25 बेसिस पॉइंट तक घटा दी हैं. नई दरें 1 जून से लागू हैं.

बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट की दरों में कटौती कर दी है. बैंक की वेबसाइट पर छपी जानकारी के मुताबिक एफडी पर मिलने वाले ब्याज दर 25 बेसिस पॉइंट तक घटा दिए गए हैं. नई दरें 9 जून से, 2025 से लागू हो चुकी हैं. अब इससे पहले की आप नाराज हों. आपको बैंकों का थोड़ा हिसाब किताब समझा देते हैं.
बैंक क्यों घटाते हैं ब्याज?आखिर बैंक FD ब्याज में कटौती करके आपके बचत पर बट्टा क्यों लगाते हैं. इसकी शुरुआत होती है RBI के रेपो रेट में कटौती के साथ. रेपो रेट वो ब्याज दर है जिस पर बैंक RBI से उधार लेते हैं. बैंकों के लिए लोन लेना जितना महंगा होगा आपको और हमारे लिए लोन उतना ही महंगा पड़ेगा.
इसलिए रेपो रेट घटने पर बैंक कहते हैं कि हमारी लागत कम हुई तो हम आपसे भी कम ब्याज वसूलेंगे. लेकिन, बैंक भी एक कारोबारी इकाई हैं. उनका भी मकसद मुनाफा कमाना होता है. अगर लोन सस्ता हुआ तो जाहिर है उनकी कमाई कम होगी. इस नुकसान की भरपाई के लिए ही वो सेविंग्स की ब्याज दरों को घटा देते हैं. फिलहाल तो ICICI बैंक ने एफडी की दरें घटाई हैं. आने वाले दिनों में दूसरे बैंकों में एफडी की दरें घट जाए तो हैरान मत होइएगा.
बचत पर बट्टाICICI बैंक में अब सामान्य नागरिकों को 3 करोड़ तक की एफडी पर अब 3 से 6.6% ब्याज मिल रहा है. वहीं सीनियर सिटीजस को 0.50% अतिरिक्त ब्याज दिया जा रहा है. यानी उनके लिए ब्याज की दरें अब 3.5% से 7.1% के बीच हैं. इससे पहले 18 महीनों से 2 साल की अवधि पर सीनियर सिटीजंस को 7.3% जितना ब्याज दे रहा था. वहीं सामान्य नागरिकों को 6.85% ब्याज मिल रहा था.
अवधि | सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दर | वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर |
7 से 45 दिन | 3.00% | 3.50% |
46 से 90 दिन | 4.00% | 4.50% |
91 से 184 दिन | 4.50% | 5.00% |
185 से 270 दिन | 5.50% | 6.00% |
271 दिन से 1 साल से कम | 5.75% | 6.25% |
1 साल से 15 महीने से कम | 6.25% | 6.75% |
15 महीने से 18 महीने से कम | 6.35% | 6.85% |
18 महीने से 2 साल | 6.50% | 7.00% |
2 साल एक दिन से 10 साल तक | 6.60% | 7.10% |
आपको बता दें कि केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक ने आरबीआई की बैठक से पहले ही एफडी की दरें घटा दी थीं. केनरा बैंक ने एक साल के टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर 10 बेसिस पॉइंट घटाकर 6.75% पर ला दिया था. 3 से 5 साल वाले एफडी की दरें 25 बेसिस पॉइंट घटकार 6.75% कर दी गई हैं. नई ब्याज दरें 1 जून से लागू हो चुकी हैं.
इसी तरह पंजाब नेशनल ने 1 साल से 389 दिनों तक की अवधि वाले टर्म डिपॉजिट पर ब्याज 10 बेसिस पॉइंट घटा दिया था. 390 दिनों की अवधि पर ब्याज 7 से घटाकर 6.9% कर दिया गया था. 391 से 505 दिनों और 507 दिनों से दो सालों की अवधि वाले पर ब्याज 6.8% से घटाकर 6.7% कर दिया गया था.
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