कोरोनावायरस के बाद हम जब भी किसी को फ़ोन करते हैं तो साबुन और सैनिटाइज़र से हाथ धोते रहने की सलाह कानों में ऐसे चुभती है मानो चाय में मक्खी. लेकिन मजबूरी के आगे किसकी चली है, सो सुनना पड़ता है और साबुन, सैनिटाइज़र लगाना पड़ता है. लेकिन आपको क्या लगता है कि सैनिटाइज़र लगाने के बाद साबुन की ज़रुरत नहीं रह जाती? आखिर ये साबुन और सैनिटाइज़र काम कैसे करते हैं? क्या वैसे ही जैसे बंटी का साबुन स्लो है वाले ऐड में दिखाते हैं? ये सब जानेंगे साइंसकारी के इस एपिसोड में. देखिए वीडियो.