फ़ोन का चार्जर बड़ी ही छोटी सी चीज़ होती है मगर इसके बिना गुज़ारा भी नहीं है. फ़ोन और चार्जर की जोड़ी ऐसी है जैसे फॉर्मल जूते और फ़ीते. चार्जर खराब हो जाए तो कंपनी का ओरिजिनल चार्जर लेने पर पैसे ज़्यादा खर्च हो जाते हैं और औने-पौने दाम का लेने पर बैटरी फटने का डर. वैसे तो चार्जर कि कोई इतनी सुध नहीं लेता लेकिन जब से ऐपल ने चार्जर और आईफोन की जोड़ी को तोड़ा है तब से इनका भी थोड़ा रौला हो गया है. अभी तो बाक़ी स्मार्टफ़ोन कंपनियां ऐपल का इस चक्कर से मज़ाक उड़ा रही हैं मगर शायद जल्द ही पैसे के चक्कर से ये भी फ़ोन के डब्बे में चार्जर रखना बंद कर दें. देखिए वीडियो.