TikTok बिक गया, अब इंडिया में होगी वापसी?
TikTok की चीनी मूल की पेरेंट कंपनी बाइटडांस ने अमेरकी और कुछ दूसरे देशों के निवेशकों के साथ एक नया जॉइन्ट वेंचर बनाया है. समझौते के तहत अमेरिका में कारोबार का बड़ा हिस्सा बेचा जाएगा.

शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म TikTok आखिरकार बिक ही गया. TikTok ने Oracle, Silver Lake और अबू-धाबी बेस्ड MGX के साथ मिलकर एक नया जॉइन्ट वेंचर बनाने की घोषणा की है. नई कंपनी का नाम TikTok USDS होगा. इतना पढ़ने के बाद आपने अंदाजा लगा लिया होगा कि हम अमेरिका में TikTok के ऑपरेशन की बात कर रहे हैं. पिछले कई महीनों से इस बात की अटकलें लग रही थीं कि चीनी कंपनी अमेरिका में अपना बिजनेस बेच सकती है.
दरअसल अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जनवरी में TikTok की पेरेंट कंपनी ByteDance को साफ-साफ कहा था कि अमेरिका में अपने ऑपरेशन बेचो या फिर बैन के लिए तैयार रहो. अब तो ऐसा हो गया है तो क्या इंडिया में प्लेटफॉर्म की वापसी होगी. देखते हैं.
TikTok हुआ अमेरिकीTikTok के CEO Shou Zi Chew ने गुरुवार 18 दिसंबर को सारे कर्मचारियों को बताया कि कंपनी के अमेरकी ऑपरेशन अब एक जॉइन्ट वेंचर के अंतर्गत चलेंगे. नई कंपनी में ज्यादातर भागीदारी अब अमेरकी कंपनियों की होगी. नई कंपनी में 7 सदस्यों वाला एक बोर्ड होगा जिसके भी ज्यादातर सदस्य अमेरकी होंगे. जॉइन्ट वेंचर का 50 फीसदी हिस्सा Oracle, Silver Lake और अबू-धाबी बेस्ड MGX के पास होगा. 30 फीसदी हिस्सा ByteDance के इन्वेस्टर्स के पास और 20 फीसदी हिस्सा खुद ByteDance के पास होगा.
नए जॉइन्ट वेंचर में Oracle एक “trusted security partner” की भूमिका में भी होगा. माने कि कंपनी के ऑडिट का काम भी इसी के पास रहेगा. यह सौदा 22 जनवरी को पूरा होने की उम्मीद है. इसके साथ ही अमेरिका की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के चलते बाइटडांस पर अमेरिकी कारोबार बेचने के लिए बनाए जा रहे दबाव का सिलसिला ख़त्म हो जाएगा.
यह समझौता सितंबर में सामने आए प्रस्ताव के अनुसार है. उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उस क़ानून को कुछ समय के लिए टाल दिया था, जिसके तहत टिकटॉक को न बेचने पर ऐप पर प्रतिबंध लगाया जाना था. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म भारत में बैन है. सरकार ने जून 2020 में इसके सहित 59 मोबाइल ऐप को बैन कर दिया था. उस समय भारत में इसके तकरीबन 20 करोड़ यूजर हुआ करते थे.
अब क्योंकि इसकी पेरेंट चीनी कंपनी ByteDance का हिस्सा इसमें कम हो गया है और एक अलग अमेरकी कंपनी बन गई है तो शायद इसकी भारत में भी वापसी हो सकती है. इस साल अगस्त के महीने में भी कंपनी का इंडिया पेज लाइव हुआ था. तब भी इसके वापस आने की अटकलें लगने लगी थीं. लेकिन सरकार ने साफ किया था कि टिक-टॉक को लेकर सरकारी नीति में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है.
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