फोन पर आने वाले बैंक के SMS और OTP भी क्यों अटक गए, वजह जान लीजिए
TRAI ने अनचाहे मैसेज से आपको बचाने के लिए कौन सा नया सिस्टम लागू किया है?
अनचाहे SMS से लोगों को बचाने के लिए टेलिकॉम रेग्युलेटर ने नया सिस्टम शुरू किया है.
अभय शर्मा
9 मार्च 2021 (Updated: 9 मार्च 2021, 03:06 PM IST)
सोमवार 8 मार्च का दिन. बहुत से लोगों ने शिकायत की कि उनके फोन पर SMS देरी से आ रहे हैं. इनमें किसी ऐप में लॉगिन करने वाले OTP से लेकर बैंक से आने वाले OTP तक शामिल थे. अचानक इस समस्या से लोग हैरान परेशान हो गए. ऐसा क्यों हुआ? दरअसल टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने नए नियम लागू किए हैं. कहा जा रहा है कि टेलिकॉम कंपनियों ने जब इन नियमों को लागू करना शुरू किया, तभी से SMS में देरी की ये दिक्कत लोगों को आने लगी. क्या हैं ये नियम, और इनकी जरूरत क्यों पड़ी? हम बताते हैं.
क्या हैं नए नियम?
नए नियम के मुताबिक, पुश SMS भेजने वालों को नए डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नॉलजी (DLT) पर रजिस्टर होना पड़ेगा. पुश SMS मतलब OTP या मार्केटिंग वग़ैरह से जुड़े मैसेज. DLT क्या है? ये एक ब्लॉक चेन सिस्टम है. ब्लॉक चेन क्या है, वो समझाने के लिए स्कूल की तरह क्लास लगानी पड़ेगी. आप इसे
यहां पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं. TRAI का नया नियम कहता है कि रजिस्टर्ड टेम्पलेट वाले मैसेज लोगों तक पहुंचने से पहले जांच से गुजरेंगे. इसे स्क्रबिंग सिस्टम भी कहते हैं.
नए नियम क्यों आए हैं?
DLT और स्क्रबिंग का मकसद देश में होने वाले SMS फ्रॉड को रोकना है. आपके फ़ोन पर आए दिन दर्जनों तरह के स्पैम SMS आते हैं. आपने किसी ऐप पर अकाउंट बनाया, और उनके SMS चालू हो गए. किसी वेबसाइट से खरीदारी कर ली, उनके भी SMS आने लगे. और कभी-कभी तो बिना कुछ किए ही अनजाने लोग आपको अलानी-फलानी स्कीम के बारे में बताने लग जाते हैं. नए नियम का मकसद लोगों को इन्हीं चीजों से बचाना है.
OTP पहुंचने में दिक्कत क्यों हो रही?
TRAI ने नए नियम लागू करने की तारीख को पहले कई बार आगे बढ़ाया जा चुका है. ऐसा इसलिए कि सभी मार्केटिंग फर्म और दूसरी कंपनियां नए नियम के हिसाब से अपना सिस्टम बना लें. जानकारों का मानना है कि सोमवार से ये नियम को लागू करने तक भी बहुत से ऐसे संस्थान और बैंक ऐसे थे, जो इसे फॉलो नहीं कर पाए. इसी वजह से OTP और दूसरे मैसेज आने में दिक्कत पेश आ रही है.
इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए TRAI ने नए नियम को पीछे खिसका दिया है. नए सिस्टम को अपनाने के लिए कंपनियों के पास एक हफ्ते का टाइम है. फिलहाल अब OTP और SMS के लेट होने की दिक्कत अब सुधर गई होगी.