जम्मू-कश्मीर की राजभाषाएं इन दिनों चर्चा में हैं. केंद्रीय कैबिनेट ने हाल ही मेंइस केंद्रशासित प्रदेश की राजभाषाओं में डोगरी, कश्मीरी और हिंदी को शामिल करने केप्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. संसद के मॉनसून सेशन में इस बारे में बिल लाया जाएगा.बिल पास होते ही प्रदेश के लोगों की मन की पुरानी मुराद पूरी हो जाएगी. लेकिन सवालये है कि क्या एक से ज्यादा भाषाओं को राजभाषा का दर्जा दिया जा सकता है? साथ हीराजभाषाओं की लिस्ट में शामिल होने से उन भाषाओं को जानने-समझने वालों को क्याहासिल होता है? देखिए वीडियो.