The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Sports
  • What is the VJD method used in Indian Cricket for last 12 years?

क्या है VJD मैथड, जो भारतीय इंजिनियर ने बनाया है और डकवर्थ-लुईस से ज़्यादा कारगर है

12 सालों से भारतीय क्रिकेट में इस्तेमाल हो रहा है VJD मैथड.

Advertisement
Img The Lallantop
आईपीएल में केकेआर के खिलाड़ी दिनेश कार्तिक और VJD का ग्राफ. फोटो: IPL और Wikipedia
pic
विपिन
4 दिसंबर 2019 (Updated: 4 दिसंबर 2019, 01:44 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
1997 में पहली बार खेल के बीच मौसम या किसी और तरह से बाधा के लिए डकवर्थ लुईस नियम का इस्तेमाल किया गया. इसके बाद 1999 से आईसीसी इसे सफल मानते हुए अभी तक वनडे और टी20 क्रिकेट में इस्तेमाल किए जा रहा है. हालांकि 2015 के बाद ये नियम बदलकर डकवर्थ लुईस स्टर्न मैथड कर दिया गया.
इसे इतना सफल बताने के बावजूद भारतीय डॉमेस्टिक क्रिकेट में इसका इस्तेमाल नहीं होता. भारत के पास डॉमेस्टिक क्रिकेट के लिए उसका अपना लोकल DLS है. लिस्ट ए, टी20 क्रिकेट और भारतीय महिलाओं के मैचों में बारिश, मौसम की मार या किसी अन्य तरह की बाधा के वक्त VJD Method का इस्तेमाल किया जाता है. VJD का मतलब है वी जयादेवन मेथड. वी जयादेवन केरल के एक सिविल इंजीनियर हैं. जिन्होंने भारत में इस मैथड को इंट्रड्यूस कराया है.
V Jayadevan
VJD मैथड के जनक वी जयादेवन की तस्वीर. फोटो: वी जयादेवन पेज

साल 2007 से भारतीय डॉमेस्टिक क्रिकेट में VJD मेथड का इस्तेमाल किया जा रहा है. हाल में 2019 विजय हज़ारे ट्रॉफी के फाइनल का विनर भी इसी मैथड से बना. लेकिन अब इस मैथड के जनक वी. जयावेदन ने कहा है कि 2007 से डॉमेस्टिक सर्किट में इस्तेमाल किए जाने के बावजूद उन्हें इसके लिए किसी तरह की प्रशंसा भी नहीं मिली और ना ही कोई खास कॉम्पनसेशन मिला है.
लल्लनटॉप से बात करते हुए विजयन ने बताया कि
साल 2009 में उन्हें बीसीसीआई से 5 लाख रुपये मिले लेकिन इसके अलावा उन्हें इसके लिए कोई भी खास प्रशंसा नहीं मिली.
अब तक बहुत से क्रिकेट फैंस ने DLS यानी डकवर्थ लुइस मैथड तो सुना था. लेकिन VJD मैथड क्या है? दरअसल क्रिकेट के कई जानकार इस बात को मानते हैं कि VJD मैथड, DLS के मुकाबले में ज्यादा प्रमाणिक और सटीक है. भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक भी इसकी पैरवी कर चुके हैं. दिनेश कार्तिक ने आईपीएल 2018 में डकवर्थ लुइस नियम की वजह से अपनी टीम की हार के बाद वीजेडी मैथड की पैरवी की थी. उन्होंने कहा था कि आखिर क्यों आईपीएल में वीजेडी का यूज़ नहीं होता, जबकि वो प्रमाणिक भी है.
आइये अब आपको साधारण भाषा में समझाते हैं कि आखिर ये मैथड कैसे इस्तेमाल होता है और क्यों जयादेवन इसे DLS से बेहतर बताते हैं.
मौजूदा समय में भी डकवर्थ लुइस नियम को लेकर कई जानकार सवाल उठाते हैं, और कहते हैं कि DLS 260-270 रन के मैच का भी सही नतीजा नहीं दे पाता. वहीं क्रिकेट जानकारों का ऐसा मानना है कि VJD 150 से 350 रनों के बीच स्कोर पर भी सही नतीजे देने में सक्षम है.

कैसे काम करता है VJD मैथड?

वीजेडी मैथड में एक पारी के ओवरों को सात फेज़ में बांटा गया है.
# पहला फेज़ 5 ओवर का है, जिसे इस मैथड का 10% माना जाता है.# दूसरा फेज़ 6 ओवर से 15 ओवर के बीच का है. ये इस मैथड का 20% होता है.# इसके बाद तीसरा फेज़ 16 से 25 ओवर के बीच का है. इस मैथड में इस फेज़ को स्थिरता के लिए माना गया है.# चौथा फेज़ 26 से 30 ओवर के बीच का, इसमें भी टीमें स्थिरता के लिए खेलती हैं.# अगला फेज़ 31 से 40 ओवर का है, जिसमें टीमें पारी में गती पकड़ना शुरु करती हैं. ये भी 20% काउंट होता है.# इसके बाद 41 से 45 ओवर के बीच के समय को गती पकड़ने का दूसरा फेज़ माना गया है. जो कि इसका 10% है.# इसके बाद फाइनल स्लॉग 46 से 50 ओवर के बीच का होता है.
Vjd Graphic
ग्राफिक के जरिए VJD मैथड. फोटो: Wikipedia

इस हिसाब से इन सात फेज़ों के आधार पर मैच में बारिश या कोई भी बाधा होने पर फेज़ के हिसाब से रनों के प्रतिशत और ओवर्स के प्रतिशत से केलकुलेट किया जाता है.
जहां VJD मैथड को सात फेज़ में अलग-अलग तरह से बांटा गया है. वहीं DLS मैथड में शुरुआत में धीमी गती और आखिरी के 10 से 15 ओवर को स्लोग ओवर्स के रूप में गती बढ़ाने के लिए माना गया है. डकवर्थ लुइस एक सिंगल कर्व पर बेस्ड है. जबकि VJD मैथड में दो अलग-अलग कर्व से इसे मापा जाता है.
इन तमाम फैक्टर्स की वजह से ही कई जानकार VJD को DLS से बेहतर बताते हैं.

अब आपको उदाहरण के साथ इस मैथड को समझाते हैं

मान लीजिए भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच 50 ओवर का मैच खेला जाता है. भारत ने पहले बल्लेबाज़ी की और 50 ओवर में 280 रन बनाए. इसके बाद पारी के बीच में जो ब्रेक हुआ उसमें बारिश आ जाती है. और फिर वेस्टइंडीज़ की टीम को सिर्फ 40 ओवर बल्लेबाज़ी करनी है. ऐसे में VJD टेबल के हिसाब से 80% ओवरों में विंडीज़ के सामने जो स्कोर होगा वो भारत के कुल स्कोर का 87.6% होगा. यानी के 280 रनों का 80%. जो कि हुआ 246 रन. ऐसे में वेस्टइंडीज़ को जीतने के लिए 40 ओवर में 247 रनों की दरकार होगी.
Vjd Graph
VJP ग्राफ के जरिए समझिए कितने ओवर में मैच रुकने पर कितना टार्गेट होगा. फोटो: Wikipedia

वहीं आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं. भारत ने 50 ओवर में 300 रन बनाए. इसके बाद बहुत अधिक बारिश हो गई और वेस्टइंडीज़ से कहा गया कि अब आपको सिर्फ 25 ओवर खेलना है. ऐसे में VJD मैथड के जरिए वेस्टइंडीज़ के सामने 25 ओवर में 300 रनों का 63.4% टार्गेट होगा. यानि के फिर उनके सामने लक्ष्य 191 रन का होगा.
इसे मैच की एक और परिस्थिति के हिसाब से समझते हैं, मान लीजिए भारत ने 50 ओवर में 300 रन बनाए हैं. इसके बाद वेस्टइंडीज़ की टीम खेलने आई. लेकिन 25 ओवर खेलने के बाद मैदान पर फिर से बारिश हो गई. अब तक वेस्टइंडीज़ ने 25 ओवर ने 5 विकेट खोकर 170 रन बनाए हैं.
25 ओवर के बाद 5 विकेट गिरने की स्थिति में वेस्टइंडीज़ का स्कोर कुल भारत के स्कोर 300 रन का 60% होना चाहिए. यानी के 25 ओवर के बाद उनका स्कोर 180 रन होना चाहिए. ऐसी स्थिति में विंडीज़ के तो 170 रन है तो वो भारत के स्कोर से 10 रन पीछे हुई. और वो ऐसी स्थिति में मैच हार जाएगी.
भारत में 500 से अधिक मैचों में इस्तेमाल होने के बावजूद बीसीसीआई का इस पर भरोसा कायम है. वो अपने सभी लिस्ट ए, टी20 और महिलाओं के मैचों में इसका इस्तेमाल करता है. हालांकि आईपीएल की वर्किंग कमेटी ने एक वक्त पर इसे इस्तेमाल करने से इन्कार कर दिया था.
भारत में तो क्रिकेट जानकारों के मुताबिक ये मैथड DLS के मुकाबले ज्यादा कामयाब है. लेकिन उसने कभी भी इसके लिए कोई खास पहल या कदम नहीं उठाए.


लियोनल मेसी और मेगन रपीनो ने जीता 'बैलन डे ऑर,' तीसरे नंबर पर रहे क्रिस्टियानो रोनाल्डो

Advertisement