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कुश्ती में वापसी करेंगी विनेश फोगाट, 2028 लॉस एंजेल्स ओलंपिक में खेलने की तैयारी

पहलवान Vinesh Phogat ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये एलान किया कि वो एक बार फिर मैट पर वापसी करेंगी. 31 साल की पहलवान पेरिस ओलंपिक में डिस्क्वालिफाई हो गई थीं. इसके बाद उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी. लेकिन, एक बार फिर उन्होंने मैट पर वापसी का फैसला किया है.

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लॉस एंजिलिस ओलंपिक में मेडल जीतने की उम्मीद में विनेश फोगाट रिटायरमेंट सें करेंगी वापसी. (फोटो-PTI)
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सुकांत सौरभ
12 दिसंबर 2025 (Published: 02:13 PM IST)
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पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने ओलंपिक मेडल जीतने के सपने को अभी नहीं त्यागा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि वह प्रोफेशनल कुश्ती में रिटायरमेंट से वापसी करेंगी. 31 साल की विनेश ने पेरिस ओलंपिक में हुए विवाद के बाद खेल से दूरी बना ली थी. वह फाइनल में पहुंच गई थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें मेडल नहीं मिला था. गोल्ड मेडल बाउट की सुबह विनेश को तय वज़न लिमिट से 100 ग्राम ज़्यादा होने के कारण डिसक्वालिफाई कर दिया गया था.

वह ओलंपिक कुश्ती फाइनल में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला बनने वाली थीं. लेकिन, पेरिस में टाइटल मैच के दिन उनके सपने टूट गए. एक इमोशनल इंस्टाग्राम पोस्ट में, विनेश ने कहा कि वह खेल से 18 महीने के ब्रेक के दौरान अपने करियर के अगले पड़ाव के बारे में सोच रही थीं. गौरतलब है कि विनेश ने पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ा था और जुलाना सीट से 6,000 वोटों से जीत हासिल की थी.

विनेश ने अपने पोस्ट में क्या लिखा?

विनेश ने अपनी वापसी को लेकर इमोशनल इंस्टाग्राम पोस्ट में जानकारी दी. उन्होंने लिखा,

लोग पूछते थे कि क्या पेरिस करियर का अंत है. बहुत समय तक, मेरे पास इसका जवाब नहीं था. मुझे मैट से, प्रेशर से, उम्मीदों से, यहां तक कि अपने सपनों से भी दूर जाने की ज़रूरत थी. सालों में पहली बार, मैंने खुद को सांस लेने दिया.

उन्होंने आगे लिखा,

मुझे अपने सफर के बोझ को समझने में समय लगा. उतार-चढ़ाव, दिल टूटना, त्याग, मेरे वो रूप, जिन्हें दुनिया ने कभी नहीं देखा. इन्हीं सब के बीच, ये समझ आया कि मुझे अब भी यह खेल पसंद है. मैं अब भी कंपीट करना चाहती हूं.

विनेश ने इसमें जोड़ते हुए लिखा, 

उस खामोशी में, मुझे कुछ ऐसा मिला, जिसे मैं भूल गई थी. 'मेरे भीतर आग कभी खत्म नहीं हुई'. यह सिर्फ़ थकान और शोर के नीचे दब गई थी. डिसिप्लिन, रूटीन, लड़ाई... यह सब मेरे सिस्टम में है. मैं कितनी भी दूर चली जाऊं, मेरा एक हिस्सा मैट पर ही था. इसलिए मैं LA28 की ओर ऐसे मन से कदम बढ़ा रही हूं, जैसे कोई डर नहीं. ये ऐसी भावना है, जो हार मानने से मना करती है.

विनेश अब उन टॉप भारतीय एथलीटों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगी, जो बच्चे के जन्म के बाद कॉम्पिटिशन में लौटी हैं. विनेश ने जुलाई 2025 में एक बेटे को जन्म दिया है. इसे लेकर उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा,

और इस बार, मैं अकेली नहीं हूं. मेरा बेटा मेरी टीम में शामिल हो रहा है. मेरा सबसे बड़ा मोटिवेशन. LA ओलंपिक्स के इस रास्ते पर मेरा छोटा चीयरलीडर.

विनेश को खेल से कुछ समय दूर रहने की ज़रूरत थी. ताकि वह इंडियन स्पोर्ट के इतिहास के सबसे हार्टब्रेकिंग चैप्टर से अपना ध्यान हटा सकें.

ये भी पढ़ें : सूर्या-गिल को क्यों ढो रही टीम इंडिया? कोच गंभीर के लिए सबसे बड़ा टेंशन कप्तान और उपकप्तान

विनेश ने क्यों ली थी रिटायरमेंट?

विनेश फोगाट का ओलंपिक इतिहास बहुत अच्छा नहीं रहा है. 2016 में अपने डेब्यू गेम्स के क्वार्टर फाइनल में उन्हें घुटने में चोट लग गई थी. इससे उन्हें हटना पड़ा था. 2021 में वह अपनी कैटेगरी में टॉप रैंक वाली रेसलर के तौर पर टोक्यो ओलंपिक में उतरी थीं. लेकिन, एक चौंकाने वाले उलटफेर में क्वार्टर फाइनल में बाहर हो गई थीं.

पेरिस में ऐसा लगा कि अंतत: उनका ओलंपिक मेडल जीतने का सपना पूरा हो जाएगा. विनेश महिलाओं की 50kg कैटेगरी के फाइनल में पहुंच गईं. उन्होंने जापान की डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी, यूक्रेन की पूर्व यूरोपियन चैंपियन ओक्साना लिवाच और पैन अमेरिकन गेम्स की मौजूदा चैंपियन युसनेलिस गुज़मैन को हरा दिया. हालांकि, फाइनल की सुबह वह तय वजन के भीतर आने से चूक गईं. इसके कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया.

इस घटना ने मैनेजमेंट पर सवाल उठा दिए. विनेश ने बाद में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) में अपील की. प्रोसेस में खामियों का तर्क दिया, लेकिन उनकी अपील खारिज कर दी गई. नतीजा उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया.

डिसक्वालिफ़िकेशन के बाद, विनेश ने मामला कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट (CAS) में उठाया. उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें फिर से कंपीट करने का मौका मिलेगा. अपील की प्रक्रिया हफ़्तों तक चली. CAS ने वज़न के दौरान प्रोसेस में चूक और मिसमैनेजमेंट के उनके दावों की जांच की, लेकिन आखिर में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के फ़ैसले को सही ठहराते हुए उनके ख़िलाफ़ फ़ैसला सुना दिया.

विनेश इस घटना से टूट गईं. उन्होंने गेम्स के तुरंत बाद रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. उन्होंने इस घटना को अपने करियर का सबसे दिल तोड़ने वाला पल बताया. इस विवाद ने एथलीट सपोर्ट सिस्टम, वेट-इन रेगुलेशन और भारतीय कुश्ती एडमिनिस्ट्रेशन के अंदर अकाउंटेबिलिटी के बारे में पूरे देश में चर्चा शुरू कर दी. इसके बाद के महीनों में, विनेश ने मेंटली और फिजिकली ठीक होने के लिए खेल से दूरी बना ली.

वीडियो: पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रहने के बाद भी रेसलर अमन सहरावत को क्यों सस्पेंड किया गया?

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