सुनील गावस्कर का यह सुझाव मान लिया गया, तो बल्लेबाजों की शामत आ जाएगी!
टी20 क्रिकेट को लेकर गावस्कर का आइडिया बड़ा धांसू है.
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सुनील गावस्कर ने टी20 क्रिकेट को लेकर कुछ सुझाव दिए हैं
टी20 का खेल काफी सही है. इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ की जरूरत नहीं है. हां, यह काफी हद तक बल्लेबाजों की तरफ झुका हुआ है. इसलिए तेज गेंदबाजों को प्रत्येक ओवर में दो बाउंसर फेंकने दी जाए. अगर ग्राउंड अथॉरिटी राजी हो, तो बाउंड्री को भी आसानी से बड़ा किया जा सकता है.सुनील गावस्कर अभी आईपीएल, 2020 की कमेंट्री के लिए यूएई में हैं. उन्होंने आगे कहा-
साथ ही उस गेंदबाज को एक ओवर एक्स्ट्रा दिया जाए, जिसने अपने पहले तीन ओवरों में एक विकेट लिया हो. लेकिन गंभीरता से कहूं, तो वैसे किसी भी बदलाव की जरूरत नहीं है.आईपीएल, 2020 में लगातार बड़े स्कोर बनने के बाद से खेल को गेंदबाजों के लिए मददगार बनाने की मांग उठ रही है. पिछले दिनों शेन वॉर्न ने भी इस दिशा में कुछ सुझाव दिए थे. उनका कहना था कि बॉलर को पांच ओवर करने की छूट दी जाए. साथ ही बाउंड्री को भी बड़ी बनाने की जरूरत है. मांकड़िंग पर भी बोले गावस्कर सुनील गावस्कर ने मांकड़िंग को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. बता दें कि मांकड़िंग एक तरह का रन आउट ही होता है. इसमें अगर कोई बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले क्रीज छोड़ देता है, तो गेंदबाज उसे रन आउट कर सकता है. इस बारे में गावस्कर का मानना है कि टीवी अंपायर को नॉन स्ट्राइकर पर भी नज़र रखनी चाहिए. देखना चाहिए कि क्या वह गेंद फेंकने से पहले तो क्रीज से बाहर नहीं निकल जाता है. क्रिकेट के नीतिकर्ताओं को इस बारे में सोचना चाहिए. क्योंकि बल्लेबाज तीन-चार कदम पहले ही बाहर निकलकर फायदा उठाते हैं. अगर कोई बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले बल्लेबाज बाहर निकले, तो उस पर जुर्माना लगना चाहिए. गावस्कर ने बताया-
अगर कोई बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है, तो बॉलर उसे रन आउट कर सकता है. अब जब टीवी अंपायर नो बॉल की जांच करता है, तो उसे नॉन स्ट्राइकर के बल्लेबाज को भी देखना चाहिए. और यदि बल्लेबाज पहले बाहर निकलता है, तो एक रन कम कर देना चाहिए, फिर भले ही चौका या छक्का ही क्यों न लगा हो. इससे नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज के क्रीज से बाहर निकलने पर रोक लगेगी.