ओलंपिक मेडलिस्ट रेसलर अमन सहरावत एक साल के लिए सस्पेंड
पेरिस ओलंपिक मेडलिस्ट Aman Sehrawat अब किसी भी नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट में एक साल के लिए भाग नहीं ले सकेंगे. उनके कोचिंग स्टाफ को भी दी गई फॉर्मल चेतावनी. 23 सितंबर से ही उनका ये सस्पेंशन लागू हो गया है.

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने पेरिस ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट अमन सहरावत (Aman Sehrawat) को एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया है. उनपर ये कार्रवाई पिछले महीने क्रोएशिया के जग्रेब में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में डिस्क्वालिफाई होने के लिए की गई है. 57 किग्रा कैटेगरी में कुश्ती लड़ने वाले अमन ओवरवेट पाए गए थे. उनका ये सस्पेंशन 23 सितंबर से लागू हो गया है. यानी वो अगले साल 23 सितंबर तक कुश्ती से जुड़े किसी भी नेशनल या इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकेंगे. उनके कोचिंग स्टाफ को भी फॉर्मल वॉर्निंग दी गई है.
क्यों हुई है कार्रवाई?अमन वेइन के दौरान 1.7 किग्रा ज्यादा पाए गए थे. इसके लिए WFI ने उन्हें शो कॉज नोटिस भेजा था. 29 सितंबर को उनके जवाब की समीक्षा और सपोर्ट स्टाफ से कंसल्ट करने के बाद फेडरेशन की डिसिप्लिनरी कमिटी ने उनके जवाब को असंतोषजनक पाया. WFI की ओर से अमन को दिए गए जवाब में कहा गया है कि पोरेक में 18 दिन पहले तैयारी कैंप में जुड़ने के बाद वेट मैनेजमेंट और कंडीशनिंग के लिए पर्याप्त समय था. दरअसल, अमन का मुकाबला 14 सितंबर को था और वह 18 दिन पहले ही पोरेक पहुंच चुके थे. बतौर ओलंपिक मेडलिस्ट फेडरेशन उनसे सर्वोच्च अनुशासन, प्रोफेशनलिज्म और कमिटमेंट की उम्मीद करती है.
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फेडरेशन ने लेटर में क्या लिखा है?उन्हें फेडरेशन की ओर से दिए गए लेटर में लिखा गया है,
वेट को मैनेज करने में आपकी इस नाकामी ने न सिर्फ आपकी पर्सनल क्रेडिबिलिटी को क्षति पहुंचाई है, बल्कि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि भी धूमिल हुई है. इससे रेसलिंग फ्रैटरनिटी और आपके सपोर्टर्स भी काफी निराश हैं.
WFI ने आगे लिखा,
आपकी इस गलती के कारण देश का एक पोटेंशियल मेडल छिन गया और साथ ही इससे काफी आर्थिक नुकसान भी हुआ, जो भारत सरकार की ओर से आपके पार्टिसिपेशन और ट्रेनिंग पर खर्च किया गया था.
यानी अगर अमन का सस्पेंशन पूरे एक साल का होता है तो वह 2026 एशियन गेम्स में भाग नहीं ले सकेंगे, जो अगले साल 30 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच होगा. ये एक साल के भीतर किसी भारतीय पहलवान से जुड़ा तीसरा अनुशासनात्मक मामला है, इससे पहले पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगट और 2025 विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में नेहा सांगवान को ओवरवेट होने के कारण अयोग्य घोषित किया गया था.
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