सरफराज़ ने खेली ऐसी पारी, टीम को हार से बचाया लेकिन जीत आते-आते रह गई!

साल 2023 की शुरुआत में कराची में कमाल का टेस्ट मैच देखने को मिला है. इस मुकाबले की आखिरी गेंद तक भी ये बता पाना मुश्किल था कि इस टेस्ट सीरीज़ को कौन सी टीम जीतने वाली है. पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए दो मैच की टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ है. इससे पहले सीरीज़ का पहला टेस्ट भी ड्रॉ रहा था. जिसके साथ दोनों टीम्स ने ट्रॉफी को शेयर किया है.
कराची में खेले गए दूसरे टेस्ट के आखिरी दिन किवी टीम को मुकाबला जीतने के लिए आठ विकेट की ज़रूरत थी. वहीं पाकिस्तान को न्यूज़ीलैंड से मिले 319 रन के लक्ष्य को हासिल करना था.
आख़िरी दिन क्या हुआ?
आखिरी दिन जब मैच शुरू हुआ तो किवी टीम का पलड़ा भारी लग रहा था, क्योंकि चौथे दिन के आखिरी सेशन में पाकिस्तान ने अपने दो विकेट गंवा दिए थे. जबकि उनके रनों का खाता भी नहीं खुला था. पाकिस्तान आखिरी दिन 0/2 से आगे खेलने उतरा. दिन के पहले सेशन में ही टीम ने तीन और बड़े बल्लेबाज़ गंवा दिए. जिससे न्यूज़ीलैंड की टीम आसानी से इस मैच को जीतती दिख रही थी. दिन के पहले सेशन में इमाम उल हक (12 रन), बाबर आज़म (27 रन) और शान मसूद (35 रन) वापस लौट गए. पाकिस्तान का स्कोर 80/5 हो गया.
क्रीज़ पर अब सउद शकील और सरफराज़ अहमद थे. सरफराज़ की लंबे समय बाद पाकिस्तान टेस्ट टीम में वापसी हुई है. वहीं सउद के पास सिर्फ 5 टेस्ट का अनुभव है. लेकिन इन दोनों बल्लेबाज़ों ने धीरे-धीरे किवी टीम की उम्मीदों पर पानी फेरना शुरू कर दिया. दोनों बल्लेबाज़ों ने लंच से पहले और कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया, दोनों टीम को 100 रन के पार ले गए. इसके बाद दिन के दूसरे सेशन में सरफराज़ ने अपना अर्धशतक पूरा किया और सउद के साथ पार्टनरशिप को आगे बढ़ाया. इन दोनों ने दूसरे सेशन में भी कोई विकेट नहीं गिरने दिया.
अब पाकिस्तान कॉन्फिडेंट था. तीसरे सेशन में सरफराज़ और सउद ने जीत की तरफ जाने का फैसला कर लिया. दोनों बल्लेबाज़ों ने लगातार रन्स बनाए और मैच में पाकिस्तान का पलड़ा भारी कर दिया. देखते ही देखते दोनों के बीच 123 रन की साझेदारी हो गई. लेकिन जैसे ही टीम ने 200 रन पारी किए सउद 32 रन बनाकर आउट हो गए. हालांकि सउद के आउट होने के बाद आघा सलमान ने सरफराज़ के साथ मैच संभाल लिया. उन्होंने महज़ 40 गेंदों में 30 रन कूट पाकिस्तान की उम्मीदों को ज़िन्दा कर दिया.
इस दौरान सरफराज़ ने अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक भी लगाया. मैच जीतने का प्रेशर और लगातार विकेट्स भी जा रहे थे. यानी मुकाबले में किसी भी टीम की जीत हो सकती थी. 80 ओवर पूरे होने के बाद आघा सलमान और हसन अली आउट हो गए. अब पलड़ा न्यूज़ीलैंड का भारी हो गया. लेकिन सरफराज़ अभी खड़े थे. दिन की रौशनी भी कम हो रही थी. ऐसे में मैच जल्द से जल्द खत्म होना था. जीत आती उससे ठीक पहले सरफराज़ अहमद कैच आउट हो गए. उनकी शानदार पारी 118 रन पर खत्म हुई.
हालांकि अब भी नसीम शाह दो चौके एक छक्का लगाकर पाकिस्तान को सीरीज़ जिताने के लिए जी-जान से लगे थे. पाकिस्तान को जीतने के लिए 15 रन चाहिए थे, तीन ओवर बाकी थे और किवी टीम को एक विकेट की दरकार थी. लेकिन दिन का खेल खत्म होने से ठीक पहले खराब रौशनी के चलते मैच को रोक दिया गया और मैच ड्रॉ घोषित कर दिया गया.
भले ही इस मुकाबले को, सीरीज़ को कोई टीम ना जाती हो. लेकिन क्रिकेट फैन्स को एक बेहतरीन टेस्ट मैच ज़रूर देखने को मिला.