शमी की टेस्ट में वापसी पर मंडरा रहे बादल, दलीप ट्रॉफी में आखिरी मौका!
Mohammed Shami ने 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ World Test Championship फाइनल के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है. चोट के कारण वह कई महीनों तक मैदान से बाहर रहे. अक्टूबर 2024 में उन्होंने रेड बॉल डोमेस्टिक क्रिकेट के जरिए वापसी की कोशिश की, जो अब भी जारी है.

Rohit Sharma और Virat Kohli के टेस्ट क्रिकेट से विदा लेने के अब स्टार गेंदबाज Mohammed Shami की इस फॉर्मेट में वापसी पर बादल मंडरा रहे हैं. हाल में थोड़ी उम्मीद तब जागी थी जब सनराइजर्स हैदराबाद के नेट्स में वह एक साइड लाल और दूसरी साइड सफेद बॉल से प्रैक्टिस करते नजर आए. कहा जा रहा था कि इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में उनकी वापसी हो सकती है. लेकिन उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया. यही कारण है कि अब उनके टेस्ट करियर पर सवाल उठने लगे. वहीं उनकी फिटनेस को लेकर भी अहम जानकारी सामने आई है.
शमी इंग्लैंड सीरीज में क्यों नहीं चुने गए?द टेलीग्राफ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI के एक अधिकारी ने खुलासा किया कि अजीत अगरकर की अगुवाई वाली सिलेक्शन कमेटी इंग्लैंड सीरीज के लिए शमी के अनुभवों को अहम मान रही थी. वो भी ऐसे में जब वर्कलोड मैनेजमेंट की वजह जसप्रीत बुमराह के सिर्फ 3 टेस्ट खेलने की ही उम्मीद थी. लेकिन जब बोर्ड के अधिकारियों ने शमी से संपर्क किया तो वह अपनी फिटनेस को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं थे. उनके जवाब से सिलेक्टर्स संशय में पड़ गए, उन्हें स्पष्टता नहीं मिली और इसलिए शमी को चुना नहीं गया.

BCCI अधिकारी ने अखबार से साफ शब्दों में कहा कि शमी को उनकी फॉर्म की वजह से नहीं चुना गया. फिटनेस ही एकमात्र कारण है जिसकी वजह से वह इंग्लैंड नहीं जा सके. बोर्ड के अधिकारी ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे में न खेलने के बाद इंग्लैंड सीरीज में उनका होने बहुत जरूरी था. सिलेक्टर्स ने टीम फाइनल करने से पहले उनसे बात भी की थी. लेकिन वह ज्यादा आश्वस्त नहीं दिखे. उनमें वह कॉन्फिडेंस नहीं था जिसकी उन्हें जरूरत थी.
अधिकारी यह भी कहा कि उम्र शमी का साथ नहीं दे रही है. बोर्ड इस बात पर साफ है कि अब टेस्ट जैसे फॉर्मेट के लिए ऐसे फास्ट बॉलर को प्राथमिकता दी जाएगी जिसमें अभी 7-8 का क्रिकेट बाकी है, न कि ऐसे बॉलर को जो जल्द ही 35 साल का हो जाएगा.
शमी के पास वापसी का आखिरी मौकारिपोर्ट के मुताबिक, शमी का 28 अगस्त से शुरू हो रही दलीप ट्रॉफी में खेलेंगे. वह ईस्ट जोन की ओर से खेलते नजर आएंगे. सिलेक्टर्स का मानना है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज से पहले उनकी फिटनेस और फॉर्म जांचने के लिए यह अहम मौका है. टीम का पहला मुकाबला नॉर्थ जोन से बेंगलुरु में होगा. शमी से जुड़े एक अहम सूत्र ने अखबार को बताया कि पूरी संभावना है कि शमी पहला मैच खेलेंगे. वह अपने घर अमरोहा में मौजूद अकादमी में तैयारी कर रहे हैं.

रिपोर्ट में BCCI के एक अंदरूनी सूत्र के हवाले से कहा गया कि अगर शमी नॉर्थ जोन के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो सिलेक्टर्स उन पर नजर रखेंगे क्योंकि उनकी क्षमता को नजरअंदाजन नहीं किया जा सकता है. लेकिन सवाल यह है कि अगर ईस्ट जोन क्वार्टर फाइनल से आगे बढ़ता है तो क्या उनका शरीर इतने लंबे मैचों का बोझ उठा पाएगा क्योंकि रणजी ट्रॉफी में भी वह 3-4 ओवर के स्पैल बाद मैदान से बाहर हो जाते थे.
ऐसे में दलीप ट्रॉफी को शमी की वापसी के आखिरी मौके के तौर पर देखा जा रहा है. अगर वह फिटनेस और फॉर्म साबित नहीं कर पाते हैं तो उनके टेस्ट करियर पर विराम लग सकता है. वहीं, अगर दलीप ट्रॉफी में वह खुद को साबित कर गए तो वापसी के रास्ते खुल सकते हैं.
शमी ने 2023 में खेला था आखिरी टेस्टशमी ने 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है. चोट के कारण वह कई महीनों तक मैदान से बाहर रहे. अक्टूबर 2024 में उन्होंने रेड बॉल डोमेस्टिक क्रिकेट के जरिए वापसी की कोशिश की. लेकिन खुद को साबित नहीं कर पाए. यही वजह है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे से भी बाहर रखा गया.
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