जेमिमा के इन दो कैच ने ऑस्ट्रेलिया को मैच हरवा दिया, पहला वाला तो बिल्कुल 'लड्डू कैच' था
जेमिमा रोड्रिग्स ने सबसे बड़े मंच पर अपने जीवन की यादगार पारी खेली और उनकी नाबाद 127 रन की पारी की बदौलत भारत फाइनल में पहुंचा. अब 2 नवंबर को उनका सामना साउथ अफ्रीका से होगा.
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महिला वनडे वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने दमदार बल्लेबाजी की. टॉस जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. युवा ओपनर फिबी लिचफील्ड (Phoebe Litchfield) ने टीम के लिए दमदार शतक लगाया. उनके अलावा एलिस पैरी ने 77 और एश्ले गार्डनर ने 63 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने 338 रन बनाए हालांकि यह स्कोर और ज्यादा होता अगर चरिणी का दूसरा स्पैल शानदार न होता. इस बड़े लक्ष्य को देखकर हर कोई समझ गया था कि भारत के लिए जीत आसान नहीं होगी.
खासतौर पर तब, जब भारत को जिन खिलाड़ियों से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं, वह कुछ खास नहीं कर पाईं. हालांकि, जेमिमा रोड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने अपने करियर की सबसे शानदार पारी खेलकर भारत को फाइनल का टिकट दिलाया. लेकिन, यह जीत आसान नहीं थी. ऑस्ट्रेलिया में पूरे मैच के दौरान भारत को यह एहसास नहीं होने दिया कि मैच पूरी तरह उनके हाथ में है. लेकिन, मैच का एक ऐसा मौका था जहां ऑस्ट्रेलिया को समझ आ गया कि शायद यह गलती भारी पड़ जाएगी.
जब भारत की बल्लेबाजी आई तो उनके लिए चीजें इतनी आसान नहीं थी. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पूरे मैच में गजब की फील्डिंग की. हालांकि, टीम ने एक ऐसा कैच ड्रॉप किया जो कि उन्हें महंगा पड़ा. यह कैच था जेमिमा रोड्रिग्स का. पारी का 33वां ओवर करने की जिम्मेदारी एलाना किंग को दी गई. ओवर की तीसरी गेंद पर रोड्रिग्स ने स्लॉगस्वीप किया, एलाना किंग कैच लेने गईंं, लेकिन पीछे हट गईं. हीली भी कैच लेने गईंं, लेकिन उनसे कैच छूट गया. हीली की निराशा यह दिखा रही थी कि उन्हें लग रहा था कि एलाना किंग के बीच में आने से वो कंफ्यूज हो गईं.
इसके बाद 44वें ओवर में भी जेमिमा रोड्रिग्स को एक और जीवनदान मिला. ओवर की दूसरी गेंद पर जेमिमा ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद ठीक तरह टाइम नहीं हुआ. गेंद बहुत ऊंची उठ गई. तहालिया मैक्ग्रा ने पीछे दौड़कर कैच लेने की कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाई. इन दोनों कैच ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को ये मैच हरवा दिया. जेमिमा ने अपनी पारी में 134 गेंदों में 127 रन बनाए. इस पारी में 14 चौके थे. जेमिमा ने लगातार स्ट्राइक रोटेट की और सामने वाले बल्लेबाजों को भी मैच की स्थिति समझाई. हरमनप्रीत कौर के आउट होने के बाद वह लीडर के रोल में दिखाई दीं. मैच खत्म होने के बाद वह आंसू शायद यह बताने के लिए काफी थे कि किस तरह उन्होंने इमोशंस पर कंट्रोल रखा था.
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