टीम इंडिया से बाहर हुआ, वापस लौटते ही बना दिया बहुत बड़ा रिकॉर्ड!
रणजी में दिखाई कमाल की बोलिंग.
टीम इंडिया के पेसर जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ (Border Gavaskar Trophy) के पहले दो टेस्ट के लिए चुना गया था. दूसरी ओर उनकी रणजी (Ranji Trophy) टीम सौराष्ट्र भी कमाल कर रही थी. रणजी के सेमीफाइनल में सौराष्ट्र ने सेमीफाइनल में कर्नाटक को चार विकेट से हराया.
पहले टेस्ट में उनादकट को खेलने का मौका नहीं मिला. मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी की बॉलिंग देखते हुए उनादकट का दूसरे टेस्ट में खेलने का चांस कम ही दिख रहा था. ऐसे में उन्होंने नेशनल टीम को अलविदा कहा और ईडन गार्डेन्स पहुंच गए.
यहां रणजी का फाइनल खेला जाना था. सौराष्ट्र के सामने थी मेज़बान टीम बंगाल. आते ही उनादकट ने सौराष्ट्र की कप्तानी संभाली. टॉस जीतकर सौराष्ट्र ने बॉलिंग करने का फैसला लिया. उनादकट ने अभिमन्यु ईश्वरन, मनोज तिवारी और मुकेश कुमार को आउट किया. इसके साथ ही उन्होंने रणजी ट्रॉफी का एक बड़ा रिकॉर्ड भी बना दिया.
# जयदेव उनादकाट रिकॉर्डउनादकट पहले लेफ्ट आर्म पेसर हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में 300 विकेट्स लिए हैं. उनके बाद समाद फल्लाह आते हैं, जिनके नाम 272 विकेट्स हैं. समाद महाराष्ट्र के लिए खेलते हैं और अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं.
# रणजी में सबसे ज्यादा विकेटरणजी में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड राजिंदर गोयल के नाम है. गोयल ने 26 साल के करियर में कुल 639 विकेट्स लिए हैं.
# मजबूत स्थिति में सौराष्ट्ररणजी ट्रॉफी का फाइनल गुरुवार 16 फरवरी से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में शुरू हुआ है. सौराष्ट्र ने टॉस जीतकर मैच में पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जैसा हमने आपको पहले बताया. सौराष्ट्र ने बंगाल को पहली पारी में 174 रन पर ऑलआउट कर दिया.
उनादकट के साथ-साथ चेतन साकरिया ने भी तीन विकेट ले लिए. पहले दिन के खेल समाप्त होने तक सौराष्ट्र ने दो विकेट खोकर 81 रन बना लिए हैं. सौराष्ट्र मैच में अच्छी पोजीशन पर है. ख़बर लिखे जाने तक उनादकट की टीम ने पांच विकेट गंवाकर 306 रन बना लिए हैं.
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