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फिर से वर्ल्डकप भूलकर फुटकर सीरीज जीतने पर है कप्तान कोहली का ध्यान!

जिगरा दिखाओ कप्तान.

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विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में दो ICC टूर्नामेंट गंवाए हैं. इस नाते 2021 में होने वाला वर्ल्ड टी20 उनकी कप्तानी के भविष्य के लिए अहम है. (फाइल फोटो- PTI)
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अभिषेक त्रिपाठी
6 दिसंबर 2020 (Updated: 6 दिसंबर 2020, 10:46 AM IST) कॉमेंट्स
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भारतीय क्रिकेट टीम छह दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर उतरी. तीन मैच की टी20 सीरीज का दूसरा मैच खेलने. सीरीज में 1-0 से आगे टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीता और पहले फील्डिंग का फैसला किया. इसी के साथ एक डिबेट शुरू हो गई. कि क्या कप्तान कोहली का ध्यान अगले साल होने वाले वर्ल्ड टी20 पर नहीं, बल्कि फुटकर-फुटकर द्विपक्षीय सीरीजें जीतने पर है. ये डिबेट क्यों शुरू हुई, जानते हैं. 2019 का बेंगलुरू टी20 22 सितंबर 2019 को भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ बेंगलुरू के मैदान पर टी20 मैच खेलने उतरी थी. विराट कोहली ने टॉस जीता, पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. टॉस के वक्त कोहली ने कहा –
“हम जानते हैं कि चेज़ करने के मामले में हम दुनिया की बेहतरीन टीम्स में से हैं. अब हम चाहते हैं कि पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने खेल को मजबूत करें. बेशक हर मैच का नतीजा मायने रखता है, लेकिन अब हम अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर भी निकलना चाहते हैं. साथ ही वर्ल्ड टी20 भी आ रहा है. टॉस तो आपके बस में होता नहीं है. तो हम चाहते हैं कि हम हर परिस्थिति में बेहतर खेल दिखा सकें. चाहे पहले बल्लेबाजी हो, या बाद में”
टॉस के वक्त लगा कि कप्तान बड़ा जिगरे वाला. ख़ैर, मैच में भारतीय टीम पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में नौ विकेट खोकर 134 रन ही बना सकी. दक्षिण अफ्रीका ने मैच नौ विकेट से जीत लिया. इस एक हार ने ही कप्तान कोहली को वापस कम्फर्ट ज़ोन में पहुंचा दिया. कहां तो लग रहा था कि कोहली अब बार-बार टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी लेंगे, ताकि इस पक्ष को मजबूत किया जा सके. कहां तो कोहली इसके बाद टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी लेना ही भूल गए. कम्फर्ट ज़ोन में कप्तान इस मैच के बाद कप्तान कोहली ने पांच बार टॉस जीता. इसमें ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ दूसरा टी20 भी शामिल है. हर बार टारगेट चेज़ करने का ही फैसला लिया. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ दूसरे टी20 में विराट कोहली के पास अच्छा मौका था कि वो पहले बल्लेबाजी का फैसला लेकर टीम की क्षमता को परख सकते थे. क्योंकि टीम पिछले दो मैच (तीसरा वनडे और पहला टी20) जीतकर कॉन्फिडेंस से लबरेज थी. लेकिन सीरीज जीत के लालच में वो टॉस जीतकर फिर से ‘कम्फर्ट ज़ोन’ में ही रह गए. विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ICC चैंपियंस ट्रॉफी-2017 के फाइनल में हारी. फिर वर्ल्ड कप-2019 के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हुई. अब 2021 में IC वर्ल्ड टी20 है. न जाने किस मैच में टीम को पहले बैटिंग करनी पड़ जाए. उस मैच के लिए टीम की तैयारियां कितनी मुकम्मल हैं, ये तो कप्तान कोहली और टीम मैनेजमेंट ही जाने.

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