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1983, 2013 के बाद अब जाकर दिखा भारतीय क्रिकेट का ये नायाब RECORD!

ऐसा भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ तीसरी बार हुआ है.

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Sunil Gavaskar, Rishabh Pant and Rohit Sharma
गावस्कर, रोहित और पंत (फाइल फोटो)
2 जुलाई 2022 (Updated: 2 जुलाई 2022, 01:21 IST)
Updated: 2 जुलाई 2022 01:21 IST
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बर्मिंघम के मैदान पर भारत 98 रन पर पांच विकेट. विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, शुभमन गिल, हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर जैसे धुरंधर एक-एक कर वापस लौट चुके थे. रोहित शर्मा और केएल राहुल तो पहले ही टीम में नहीं थे. अंग्रेजी मे एक कहावत है - 'The writing is on the wall'. मतलब अब साफ हो गया है कि अब कुछ बुरा होने वाला है. लेकिन यहीं पर तो होती है सुपरहीरो की एंट्री. टीम इंडिया के अपने Mr. 360 ऋषभ पंत की एंट्री. उनका साथ देते हैं सर रविन्द्र जडेजा. इन दोनों ने यहीं से भारत की डूबती पारी को संभाला. और ऐसा संभाला के इतिहास रच दिया.

पंत और जड्डु ने 222 रन की पार्टनरशिप बनाते हुए इंडिया की डूबती हुई टीम को सहारा दिया. पंत ने 89 गेंद में अपनी सेंचुरी पूरी की और 111 बॉल की अपनी पारी में 146 रन ठोक दिए. जड्डु ने दूसरे दिन अपना शतक पूरा किया. इन दोनों ही हीरोज़ के शतक के बूते भारत ने 350 रन पूरे कर लिए. इसके बाद का काम पूरा किया कप्तान जसप्रीत बुमराह ने. बुमराह ने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में ऐसा हाहाकार मचाया कि उस ओवर से 35 रन आ गए. जो कि टेस्ट क्रिकेट का सबसे महंगा ओवर बन गया. इस तरह से भारत ने पहली पारी 416 रन पर खत्म की.

लेकिन 98 पर पांच विकेट से पारी के आखिर में 416 रन. ये एक कमाल का माइलस्टोन है. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा सिर्फ तीसरी बार हुआ है. 1932 से टेस्ट खेल रही भारतीय टीम के साथ ऐसा कई बार हुआ है जब 100 रन से पहले ही पांच विकेट गंवा दिए. लेकिन ऐसी स्थिति से 400 तक पहुंचना हमेशा नहीं देखा जाता. ऐसी सिचुएशन से 400 रन का आंकड़ा पार करना कोई आम बात नहीं है. लेकिन इस टेस्ट में पंत-जडेजा ने ये कारनामा किया है. इसके पहले 2013 में कोलकाता में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ भारतीय टीम ने ऐसा किया था. उस मैच में रोहित शर्मा और रविचन्द्रन अश्विन ने मिलकर 280 रन की पार्टनरशिप की थी. रोहित ने उस मैच में 177 रन और अश्विन ने 124 रन बनाए थे. जिसके बाद भारत ने मैच में वापसी करते हुए पारी और 55 रन से मुकाबला अपने नाम किया था.

इसके पहले ये कारनामा 1983 में हुआ था. एक बार फिर सामने थी वेस्ट इंडीज की टीम. ये मैच चेन्नई में खेला जा रहा था. वेस्ट इंडीज ने पहले बैटिंग करते हुए 313 रन बनाए थे. इसके बाद मैलकम मार्शल का कहर बरपा. मार्शल और एंडी रॉबर्ट्स ने 92 रन पर ही इंडिया के पांच विकेट चटका दिए. लेकिन यहां से सुनील गावस्कर ने अपने करियर की सबसे शानदार पारी खेली. गावस्कर ने एक छोर से लगातार रन बनाए और 236 रन की पारी खेल डाली. उनका साथ रवि शास्त्री ने दिया. गावस्कर 425 बॉल खेलकर क्रीज पर घंटों डटे रहे. इंडिया ने अपनी पारी 451 रन पर घोषित की. लेकिन एक वक्त पर मुकाबला हारती दिख रही टीम इंडिया ने ये मैच ड्रॉ पर खत्म किया.

इसी तरह से अब ऋषभ पंत और रविन्द्र जडेजा की पारी को भी याद किया जाएगा. भारत और इंग्लैंड के बीच जारी मैच दूसरे दिन भारतीय टीम 416 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. जिसके जबाव में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने बैटिंग करते हुए 84 रन पर पांच विकेट गंवा दिए हैं.

भारत और इंग्लैंड के टेस्ट मैच से पहले, वो क़िस्से जिससे बनी है ये सीरीज़

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