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ये सबसे प्यारी जीत है : विराट कोहली

भारत ने 2008 के बाद इंग्लैंड से सीरीज़ जीती है

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12 दिसंबर 2016 (Updated: 12 दिसंबर 2016, 09:16 IST)
Updated: 12 दिसंबर 2016 09:16 IST
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पहली पारी में 400 रन बनाने के बाद भी आप मुंबई की पिच पर मैच हार जाएं, ऐसा बहुत कम होता है. इंग्लैंड 86 साल बाद पहली पारी में 400 रन बनाकर हारा है और ऐसा हुआ सिर्फ एक पार्टनरशिप के कारण. मैच के तीसरे दिन भारत 364-7 मैच ड्रॉ की ओर था. उस मुकाम पर भारत एक पारी और 36 रन से जीतने और कोहली दोहरे शतक की सोच भी नहीं रहे थे. कथित नंबर 9 के बल्लेबाज़ जयंत यादव ने टुकर-टुकर दिन काटा और अगले दिन शतक जमाया. और यही 241 रनों की साझेदारी भारत के लिए ड्रॉ और जीत का अंतर बनी. आने वाले समय में जैसे अश्विन को ऊपर बल्लेबाज़ी करने भेजा जाने लगा है वैसे ही जयंत के साथ भी हो सकता है. अगर 50 के औसत से रन बनाने वाला गेंदबाज़ टीम में हो तो ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड जैसे दौरों पर एक फास्ट बॉलर एक्स्ट्रा खिलाने का अवकाश हो जाता है. इस लिहाज़ से आने वाले समय में जयंत की जगह फिलहाल पक्की नज़र आ रही है. और ऐसा भी नहीं था कि ये शतक सिर्फ तुक्का था.

Cricket - India v England - Fourth Test cricket match

चौथे दिन जयंत ने 60 से ज्यादा रन जोड़े और उस वक्त वानखेड़े की पिच धूल उड़ाने लगी थी. इस मैदान पर इंग्लैंड का रिकॉर्ड शानदार रहा है लेकिन क्रिकेट इतिहास विराट कोहली के बल्ले से लिखा जा रहा है. विराट कोहली ने 235 रनों की पारी के साथ एक साल में कप्तान के तौर पर 2000 रन और 3 दोहरे शतक तो बनाए ही हैं लेकिन बल्लेबाज विराट की चमक में कप्तान कोहली छिप सा जाता है. कहा जा रहा है विराट कोहली सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे, इसमें कप्तानी के सारे रिकॉर्ड भी शामिल होने जा रहे हैं.

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कप्तान कोहली ने इस साल सबसे ज्यादा 8 टेस्ट मैच जीतकर धोनी, गांगुली जैसे दिग्गजों के एक साल में सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है और साथ ही पिछले 17 टेस्टों में 13 जीत और 4 ड्रॉ के साथ अपराजेय चल रहे हैं. ये आंकड़ा बेहतर ही होने जा रहा है. एक टेस्ट इंग्लैड के साथ और फिर बांग्लादेश के साथ. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर आने वाली है. कोहली की सचिन से तुलना होती है लेकिन कप्तानी के मामले में कोहली सचिन से बहुत आगे हैं, कप्तान की कैप पहनने के बाद कोहली का औसत 65.5 का चल रहा है. और वो ऐसे कप्तान साबित हो रहे हैं जो टॉस या पिच पर नहीं बल्कि अपने बाहुबल पर मैच जीताता है.

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कोहली इस सीरीज़ में 4 में से 3 टॉस हारे हैं, मैच के 4थे-5वें दिन परिणाम आ रहा है यानी पिच भी कोई सुर्रा नहीं मिली है कि गेंद आते ही लट्टू होने लगे. अंतर पैदा किया है तो कोहली ने और गेंदबाज़ी में अश्विन ने.

Cricket - India v England - Fourth Test cricket match

भारत के कप्तान कोहली और उपकप्तान अश्विन के बीच होड़ मची है कि कौन बेहतर खेले. उपकप्तान अश्विन बल्ले से जौहर नहीं दिखा पाए उसकी कमी गेंदबाज़ी में निकाली और दूसरी पारी में भी 6 विकेट ले लिए. मैच में 12 विकेट के साथ अश्विन के 43 मैचों में 247 विकेट हो गए हैं. और सबसे तेज़ 48 मैचों में 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड डेनिस लिली के नाम है जो अगले मैच में टूट रहा है.

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अश्विन पंजे पर पंजा लेते जा रहे हैं और कोहली शतक पर शतक बनाए जा रहे हैं. अश्विन का साथ दिया जडेजा ने, पहली पारी में 4 विकेट और दूसरी पारी में 2 विकेट. जडेजा ने बल्ले से भी अपने जौहर दिखाए और पहली पारी में 25 रन बनाए लेकिन एक छक्का टांगने की कोशिश में आउट हो गए. अगर जयंत और जडेजा बल्ले से ऐसे ही खेलते रहे तो भारत में तो नहीं लेकिन विदेशी दौरों पर जहां एक तेज़ गेंदबाज़ और खिलाना पड़ता है वहां जयंत और जडेजा में चुनाव का वक्त होगा तो जयंत का पलड़ा भारी रहेगा. जडेजा को पिछले मैच की तरह अपने 25 रनों को 50 में बदलना होगा.

भारत की ओर से मुरली विजय और पुजारा की ऐन मौके पर की गई साझेदारी कम पहरेदारी का भी ज़िक्र करना होगा. भारत की पहली पारी में केएल राहुल के ज़ल्दी आउट होने के बाद इन दोनों ने नई गेंद को पुराना किया और 400 के पहाड़ का पीछा करते हुए 107 रन जोड़ दिए.

कप्तान कोहली की ये लगातार 5वीं सीरीज़ जीत है लेकिन मैच के बाद कोहली ने इस जीत को अपनी सबसे प्यारी जीत बताया. कोहली ने कहा, ‘ये जीत पिछले 14-15 महीनों की जीतों में सबसे मधुर है. इससे मधुर क्या हो सकता है कि आप वानखेड़े में एक टॉप क्वालिटी टीम के साथ जिसने आपको हराया हो पूरे यकीन के साथ जीत जाएं.’ 2008 के बाद भारत इंग्लैंड को हराने में कामयाब रहा है. पिछले दौरे का हिसाब चुकता हो चुका है. नंबर टीम एक महान खिलाड़ी की कप्तानी में क्या महान टीम बन पाएगी, इस सवाल का जवाब शायद अगली इंग्लैंड सीरीज़ तक मिल जाए.

संक्षिप्त स्कोर : 
इंग्लैंड पहली पारी : 400, जेनिंग्स 112, बटलर 76. अश्विन 112-6, जडेजा 109-4
भारत पहली पारी: 631, कोहली 235, मुरली विजय 136, जयंत 104. राशिद 192-4, रूट 31-2
इंग्लैंड दूसरी पारी: 195, जो रूट 77, बेयरस्टो 51. अश्विन 55-6, जडेजा 63-2
परिणाम : भारत एक पारी और 36 रन से विजयी
मैन ऑफ द मैच : कोहली

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