The Lallantop
Advertisement

कौन है ये शख्स जिसका कुंबले और एजाज़ के 10 विकेट से है कनेक्शन?

जब बाउंड्री पर सांप पकड़ने वालों को बिठाया.

Advertisement
Img The Lallantop
इन दोनों खिलाड़ियों ने एक पारी में दस विकेट निकाले हैं. (फोटो – गेटी, एपी)
pic
गरिमा भारद्वाज
7 दिसंबर 2021 (Updated: 7 दिसंबर 2021, 05:23 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
  144 साल के क्रिकेट इतिहास में जो रिकॉर्ड सिर्फ तीन बार बना हो. उसे दो बार मैदान में जाकर जिस शख़्स ने देखा हो. उसे सबसे खुशकिस्मत शख़्स माना जाएगा. ऐसे ही एक शख्स का नाम है तकी रज़ा. तकी पेशे से स्लिप कैमरामेन हैं और वो मैदान पर घट रही चीज़ों पर पैनी नज़र रखते हैं. आज तकी का ज़िक्र इसीलिए किया जा रहा है क्योंकि तकी 1999 और 2021 दोनों 10 विकेट हॉल वाले मौके पर मैदान में मौजूद रहे. 1999 में वो कैमरा क्रू का हिस्सा थे. जबकि 2021 में वो बतौर कैमरामेन सबकुछ अपनी आंखों से घटते देख रहे थे. इंडियन एक्सप्रेस ने तकी रज़ा से बात की तकी ने दिल्ली वाले टेस्ट और वानखेड़े टेस्ट से जुड़ी अपनी सारी यादें साझा की हैं. एजाज़ पटेल के 10 विकेट वाले मौके से ठीक पहले अपने हाल को बताते हुए तकी ने कहा,
'ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैं अपने इमोश्नस नहीं दिखा पाया क्योंकि अगर मैं वो दिखाता तो मैं अपना ध्यान नहीं लगा पाता और दुनिया ये नहीं देख पाती कि स्टेडियम के अंदर क्या चल रहा है.'
एजाज़ पटेल ने जैसे ही वानखेड़े में आठवां विकेट चटकाया. तकी को लग गया कि वो एक बार फिर से इस सुनहरे इतिहास का हिस्सा बनने जा रहे हैं. तकी ने कहा,
‘जब आठ विकेट गिर गईं थी, तब मैंने खुद से पूछा क्या मेरे पास इतिहास देखने का एक और मौका है? कैमरा क्रू में मैं अकेला हूं, जिसने इस उपलब्धि को पहले भी रिकॉर्ड किया है. क्योंकि उस दौर के बाकी सभी रिटायरमेंट ले चुके हैं.’
अपनी बात आगे रखते हुए रज़ा ने बताया,
‘एक कैमरामैन के तौर पर हमें किसी से बात करने की आज़ादी नहीं है. हमारे काम में बहुत ध्यान की ज़रूरत होती है. इसलिए मैं सिर्फ खुद से बातें कर रहा था. जब एजाज़ ने दस विकेट निकाले तो मैं बहुत खुश था.’
एजाज़ के 10 विकेट के बाद तकी ने 1999 कोटला मैदान पर रचे इतिहास का भी एक किस्सा सुनाया. क्रिकेट फैंस जानते हैं कि 1999 में भारत और पाकिस्तान दिल्ली टेस्ट पॉलीटिकल तनाव के बीच खेला गया था. ऐसे में दिल्ली की हवा में डर का माहौल था. जिससे निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सारे गेट बंद कर रखे थे. रज़ा ने उस मैच को याद करते हुए कहा,
‘ये डर बना हुआ था की प्रदर्शनकारी मैदान में सांप भेज सकते हैं. मुझे अच्छे से याद है कि अधिकारियों ने उस मैच में बाउंड्री पर सांप पकड़ने वालों को बिठाया था. जिससे की अगर सांप अंदर आते हैं, तो वो उनको पकड़ लें.’
पहले कुंबले और अब एजाज़ के 10 विकेट देखने के बाद तकी ने कहा कि कुंबले का 10 विकेट हॉल उनका आज भी फेवरेट है. तकी इस बारे में कहते हैं,
‘मेरे लिए कुंबले का प्रदर्शन हमेशा ऊंचे स्तर पर रहेगा. पहला तो इसलिए कि ये पाकिस्तान के खिलाफ आया और उसकी वजह से टीम जीती. कुंबले पर अधिक दबाब था. क्योंकि वो घर में खेल रहे थे. मैं एजाज़ से क्रेडिट नहीं ले रहा. लेकिन मेरे लिए कुंबले की 10 विकेट काफी खास थीं.’
हम जैसे क्रिकेट के ऐसे कितने ही फैंस हैं जिन्हें तीन बार के इस इतिहास में से एक बार भी मैदान पर जाने का मौका नहीं मिला. जबकि तकी रज़ा जैसे कई ऐसे भी हैं जिन्हें किस्मत ने दो-दो बार इस इतिहास का हिस्सा बना दिया.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement