विराट कोहली. दुनिया के फिटेस्ट क्रिकेटर्स में से एक. बेहतरीन बल्लेबाज़, बेहतरीन फील्डर. लेकिन इन सारी बातों में आखिरी फील्डर वाली बात पर अब फैंस थोड़ा शक करने लगे हैं. उसकी वजह है विराट के फील्डिंग के आंकड़ें.
चलिए शुरू से बताते हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में तीसरा टी20 मैच खेला जा रहा है. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 194 रन बनाए.
लेकिन इस इनिंग में भारतीय गेंदबाज़ों के रन लुटाने से ज़्यादा चर्चा विराट कोहली के कैच टपकाने की है. टीम इंडिया जब से ऑस्ट्रेलिया गई है. विराट के हाथों में मानो ग्रीस लग गई है. कैच पकड़ कम और टपका ज्यादा रहे हैं.
दूसरे टी20 में भी वाशिंगटन सुंदर के ओवर में विराट कोहली के हाथ में आसन कैच आया लेकिन उन्होंने उसे गिरा दिया. बस फिर हर तरफ विराट की खराब फील्डिंग शोर शुरू हो गया.
क्योंकि जब विराट जैसा शानदार फील्डर कैच गिराता तो चर्चा तो होती है. हालांकि उसी गेंद पर विराट ने कैच गिरते ही गेंद उठाई और बल्लेबाज़ को रन-आउट भी कर दिया. लेकिन फिर भी कैच तो उनसे छिटक ही गया.
दरअसल टी20 क्रिकेट जल्दबाज़ी का खेल है. लेकिन विराट कैच लपकने के मामले में कुछ ज़्यादा ही जल्दबाज़ी कर रहे हैं. उन्होंने पास साल 2020 में कुल 15 कैच आए हैं. जिनमें से उन्होंने सिर्फ आठ कैच पकड़े हैं. इसका मतलब हुआ कि उन्होंने सात कैच टपका दिए. साल 2020 में कैच ड्रॉप करने वालों की लिस्ट में वो टॉप पर हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में भी उन्होंने कैच टपकाया था. जबकि वनडे सीरीज़ में भी कप्तान विराट कोहली के हाथों से कैच टपकते हमने देखे हैं.
टीम इंडिया के एक और बेस्ट फील्डर कहे जाने वाले मनीष पांडे भी बिल्कुल विराट के पीछे-पीछे हैं. उन्होंने साल 2020 में टी20 में कुल छह कैच टपकाए हैं. दूसरे टी20 में पहले शार्दुल ठाकुर के ओवर में मनीष पांडे ने और फिर विराट कोहली ने कैच टपकाया.
ऑस्ट्रेलिया गई भारतीय टीम की फील्डिंग बहुत साधारण दिख रही है. कहा भी जाता है ना कि अगर किसी टीम को मैच जीतने हैं तो अच्छी गेंदबाज़ी के साथ बढ़िया कैच पकड़ना भी बहुत ज़रूरी है.