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सीरीज़ हारकर भी टीम इंडिया को ये पांच फायदे हो गए!

विराट कोहली ने मैच खत्म होते ही ट्वीट भी किया.

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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया. फोटो: AP
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विपिन
2 दिसंबर 2020 (Updated: 2 दिसंबर 2020, 02:11 PM IST) कॉमेंट्स
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ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारतीय टीम की जीत का खाता आखिरकार खुल ही गया. तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के आखिरी मैच को विराट की टीम ने 13 रनों से जीत लिया है. पहले दोनों मुकाबलों में हार के बाद टीम को लेकर फैंस में जो नैगेटिव माहौल दिख रहा था. आखिरी मैच के साथ ही इस भारतीय टीम से कुछ पॉज़ीटिव चीज़ें निकलकर आई हैं.
आइये भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज़ के पांच पॉज़ीटिव्स पर चर्चा करते हैं.
1. टीम इंडिया का नंबर छह:
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले कई सवाल उठे कि हार्दिक पांड्या अगर पूरी तरह फिट नहीं हैं तो टीम में उनकी जगह कैसे बनती है? वो किस नंबर पर बैटिंग करेंगे? लेकिन हार्दिक ने अपने बल्ले से इन तमाम सवालों के जवाब दे दिए.
पांड्या ने इस सीरीज़ में नंबर छह पर बैटिंग की और दो 90+ स्कोर के साथ कुल 210 रन बनाए. तीसरे वनडे में तो उनकी 92 रन की पारी मैच में निर्णायक रही. उन्होंने जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 150 रन की पार्टनरशिप की. जिसने मैच का नतीजा ही बदल दिया. पांड्या इस सीरीज़ में भारत के सबसे सफल बल्लेबाज़ रहे. साथ ही उन्होंने नंबर छह की बैटिंग की समस्या को भी दूर कर दिया.
2. रविन्द्र जडेजा की बैटिंग:
रविन्द्र जडेजा पिछले 11 सालों से भारत के लिए एक ऑल-राउंडर की तरह खेल रहे हैं. उनके नाम 13 अर्धशतक भी हैं. लेकिन कभी भी उनकी बल्लेबाज़ी पर बहुत ज़्यादा भरोसा नहीं किया गया. फिर चाहे बात उनके विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल की पारी की हो या फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैनबरा में खेली शानदार 66 रनों की पारी की.
इस सीरीज़ में जडेजा ने तीनों बार नंबर सात पर बैटिंग करते हुए बल्ले से इंटेंट दिखाया. उन्होंने पहले मैच में 25, दूसरे में 24 और तीसरे में तो मैच बदलने वाली सबसे बड़ी पारी खेली. तीसरे वनडे में जब जडेजा बैटिंग के लिए आए तो भारत 152/5 विकेट गंवा चुका था. लेकिन उन्होंने पहले धीरे खेलते हुए बाद में बड़े-बड़े शॉट्स लगाए. जिसकी मदद से तीसरे वनडे में भारत को जीत मिली.
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रविन्द्र जडेजा. फोटो: AP

3. तीनों मैच में 300+ रन:
भारतीय गेंदबाज़ी सिडनी में खेले गए पहले दोनों वनडे में नहीं चली. जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया पहले दोनों मैचों में 300+ का स्कोर बनाने में कामयाब रहा. लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ी ने इस सीरीज़ में शानदार खेल दिखाया. तीनों मैचों में भारतीय टीम ने 50 ओवर में 300 के आंकड़े को पार किया.
भारत ने पहले वनडे में चेज़ करते हुए 308 रन, दूसरे वनडे में भी चेज़ करते हुए 338 रन और आखिरी वनडे में 302 रन बनाए. जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम आखिरी वनडे में 303 रन चेज़ करने आई और 300 रन तक भी नहीं पहुंच सकी.
ये भारत के लिए एक बड़ा पॉज़ीटिव रहा. अकसर टीमें ऑस्ट्रेलिया में चेज़ करते हुए बुरी तरह बिखर जाती हैं. लेकिन भारत ने मैच में आखिर तक लड़ाई जारी रखी और 300 के आंकड़ें को हर बार पार किया.
4. जसप्रीत बुमराह की फॉर्म:
जसप्रीत बुमराह. साल 2020 में वनडे में पावरप्ले में एक भी विकेट नहीं चटका पाए. बुमराह के लिए विकेट ना चटकाना सबसे बड़ी चिंता भारत के लिए थी. सीरीज़ के पहले दोनों वनडे में बुमराह ने कुल 140 से ज़्यादा रन दिए और सिर्फ 2 विकेट निकाले. ऐसे में टीम इंडिया की मुश्किलें आगे टी20 और टेस्ट के लिए ज़्यादा बड़ी थी.
लेकिन कैनबरा में जैसे ही बुमराह बोलिंग के लिए आए वो एक अलग ही अंदाज़ में गेंदबाज़ी करते दिखे. उन्होंने अपने स्पेल में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बांधकर रखा और सिर्फ 43 रन दिए.
भारत मैच गंवाता दिखता रहा था क्योंकि 268 के स्कोर तक मैक्सवेल जमकर बल्लेबाज़ी कर रहे थे. विराट कोहली ने बुमराह को 45वां ओवर दिया और बुमराह ने कप्तान का काम पूरा कर दिया. उन्होंने बेहतरीन गेंद पर मैक्सी को बोल्ड कर भारत की मैच में वापसी करवा दी.
5. शार्दुल ठाकुर और नटराजन की शुरुआत:
पहले दो वनडे मुकाबलों में टीम इंडिया मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी और जसप्रीत बुमराह वाले पेस अटैक के साथ उतरी. दोनों ही मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने 350 के पार का स्कोर बना लिया. तीसरे वनडे में कप्तान कोहली ने शमी और सैनी की जगह शार्दुल ठाकुर और टी नटराजन की टीम में एंट्री करवाई और उनका ये दांव चल निकला.
तीसरे वनडे में टी नटराजन ने अपना डेब्यू मैच खेला और बेहतरीन गेंदबाज़ी के साथ भारत की जीत में अहम योगदान दिया. उन्होंने मैच में 70 रन देकर दो विकेट चटकाए. नटराजन ने डेथ ओवर्स में एश्टन एगर को आउट करके मैच को एकतरफा बना दिया.
ऑस्ट्रेलिया में खेले अपने पहले ही मैच में नटराजन ने कमाल की लेंग्थ के साथ गेंदबाज़ी की जिसकी सब तारीफ कर रहे हैं.
वहीं शार्दुल ठाकुर ने भी आखिरी वनडे में मिले मौका का फायदा उठाया. शार्दुल तीसरे वनडे में भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ रहे. उन्होंने अपने 10 ओवर के स्पेल में शानदार लाइन के साथ गेंदबाज़ी की और ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाज़ों को चलता किया.
इस जीत के बाद कप्तान विराट कोहली ने एक ट्वीट किया और कहा,
'मुझे इस टीम पर गर्व है, अब हम टी20 की तरफ बढ़ेंगे.'
ये बात तो तय है कि टीम इंडिया के ये पॉज़ीटिव्स टी20 सीरीज़ में भी काम आने वाले हैं.

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