The Lallantop
Advertisement

सूर्यकुमार यादव का पहला मैच जिस नियम ने खराब किया, ICC ने उसे खत्म कर दिया है!

क्रिकेट का ये फैसला बहुतों को नहीं भाएगा...

Advertisement
Suryakumar yadav, Soft signal, ICC
सूर्यकुमार यादव के विकेट पर हुआ था विवाद (PTI)
15 मई 2023 (Updated: 15 मई 2023, 16:34 IST)
Updated: 15 मई 2023 16:34 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

तारीख 12 दिसंबर 2022. पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच मुल्तान में दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा था. पाकिस्तान को मैच में जीत के लिए 355 रन का टारगेट मिला था. जवाब में टीम 6 विकेट खोकर 291 रन बना चुकी थी. सऊद शकील 94 रन बनाकर खेल रहे थे. तभी अचानक मार्क वुड की एक गेंद पर उनके बल्ले का एज लगा. जिसे कीपर ओली पोप ने कैच किया. हालांकि कैच क्लीन नहीं था तो फील्ड अंपायर ने इसे थर्ड अंपायर के पास रेफर किया. बार-बार रिप्ले देखने के बाद भी थर्ड अंपायर को कुछ साफ नजर नहीं आया. बावजूद इसके शकील को पवेलियन लौटना पड़ा.

वजह थी फील्ड अंपायर द्वारा दिया गया आउट का सॉफ्ट सिग्नल. शकील के आउट होने का खामियाजा पाकिस्तान को उठाना पड़ा और टीम जीता हुआ मैच 28 रन से हार गई. 

हालांकि ये पहला मौका नहीं था जब इस सॉफ्ट सिग्नल को लेकर विवाद हुआ था. खैर, अब खबर ये आई है कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस नियम को खत्म करने का फैसला किया है. क्रिकबज़ की रिपोर्ट के अनुसार यह नियम 7 जून से शुरू होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (World Test Championship) में लागू नहीं होगा. रिपोर्ट के अनुसार इस फैसले को मंजूरी ICC की क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दी है. अब ये सॉफ्ट सिग्नल क्या होता है, पहले ये जान लीजिए.

#क्या होता है सॉफ्ट सिग्नल?

किसी तरह का क्लोज़ कैच, जिसमें ये पता नहीं चल पाता कि ये कैच सफाई से ली गई है या नहीं. इस स्थिति में मैदानी अंपायर पहले आपस में बात करते हैं, फिर वो एक फैसला देकर इसे तीसरे अंपायर के पास रेफर कर देते हैं. इसे ही सॉफ्ट सिग्नल कहते हैं. जिसके बाद थर्ड अंपायर कई एंगल और रीप्ले के जरिए उसे देखते हैं. अगर उन्हें कोई ठोस सबूत मिलता है कि मैदानी अंपायर का फैसला गलत है, तभी वो इसे पलटते हैं. लेकिन कुछ भी कंफ्यूजन की स्थिति में टीवी अंपायर मैदानी अंपायर के फैसले को ही मान लेते हैं.

नियम हटाने से क्या होगा?

अब इस नियम के हटाए जाने के बाद थर्ड अंपायर का रोल अहम हो जाएगा. अगर फील्ड अंपायर को किसी फैसले को लेकर कंफ्यूजन है तो बिना कोई सिग्नल दिए इसे थर्ड अंपायर के पास रेफर कर सकते हैं. जहां संदिग्ध कैचों पर कोई भी फैसला लेने का अंतिम अधिकार थर्ड अंपायर के पास होगा.

सूर्यकुमार के विकेट पर हुआ था विवाद

इससे पहले सूर्यकुमार यादव को आउट दिए जाने को लेकर भी एक बार खूब विवाद हुआ था. दरअसल 18 मार्च 2021 को भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा T20I मैच खेला जा रहा था. तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे सूर्यकुमार यादव 31 गेंदों पर 57 रन कूट चुके थे. लेकिन इंडियन इनिंग के 14वें ओवर में सूर्या के शॉट को दाविद मलान ने लपक लिया. 

हालांकि कैच क्लियर नजर नहीं आ रहा था तो फील्ड अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल देकर इसे थर्ड अंपायर की तरफ रेफर कर दिया. कई बार रिप्ले देखने पर कुछ साफ नहीं हुआ और थर्ड अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल के कारण उन्हें आउट करार दिया. बताते चलें कि सूर्यकुमार यादव इस दौरान पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में बैटिंग करने उतरे थे. सॉफ्ट सिग्नल को लेकर बेन स्टोक्स भी सवाल उठा चुके हैं. और अब इसे खत्म करने का फैसला सामने आया है. आपकी इस पर क्या राय है, हमें कमेंट करके बताएं.

वीडियो: एम एस धोनी ने IPL 2023 में CSK का नसीब कैसे बदला, जान लीजिए!

thumbnail

Advertisement

Advertisement