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ICC ने क्रिकेट के नियमों में किया बड़ा बदलाव, विकेटकीपर की चालाकी अब नहीं काम आएगी!

ICC की तरफ से DRS से लेकर प्लेयर्स की इंजरी तक के नियम में कुछ बदलाव किए गए हैं. ये नियम क्रिकेट में 12 दिसंबर, 2023 से ही लागू हो चुके हैं.

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ICC, DRS Rule, Wicket keeper
ICC ने बदले कई नियम (PTI)
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रविराज भारद्वाज
4 जनवरी 2024 (Published: 03:35 PM IST) कॉमेंट्स
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क्रिकेट के नियम में आए दिन कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं. अब नए साल की शुरुआत के साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की तरफ से कुछ नियम बदले गए हैं. जिसमें DRS से लेकर प्लेयर्स की इंजरी को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं. ये नियम क्रिकेट में 12 दिसंबर, 2023 से ही लागू हो चुका है. हालांकि ICC की तरफ से इसको लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है.

क्रिकबज में छपी खबर के मुताबिक ICC की तरफ से किया गया बदलाव स्टंपिंग की वीडियो रिव्यू से जुड़ा है. जिसका कुछ विकेटकीपर और टीमें गलत फायदा भी उठाती रही हैं. दरअसल कई बार कुछ प्लेयर्स जानबूझ कर स्टंपिंग की अपील करते थे. ताकि अंपायर इसे वीडियो रिव्यू के लिए भेजेंगे. ऐसे में प्लेयर के बल्ले का किनारा लगा है या नहीं, ये भी चेक हो जाता था. वो भी बिना DRS लिए. लेकिन अब ये चालाकी काम नहीं आने वाली है. ICC के नए नियम के मुताबिक अब स्टंपिंग की अपील पर फैसले साइड-ऑन कैमरों की रिप्ले देखकर लिए जाएंगे. ऐसे में स्टंपिंग चेक करने के दौरान बल्ले का किनारा चेक नहीं करेंगे.

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इसके साथ ही कनकशन रिप्लेसमेंट को लेकर भी एक बदलाव किया गया है.  नए नियम के अनुसार यदि बाहर गए खिलाड़ी को गेंदबाजी करने से सस्पेंड किया गया है तो रिप्लेसमेंट में आए खिलाड़ी को भी गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं होगी. जबकि मैदान पर खिलाड़ी के चोटिल होने पर उसकी चोट और ट्रीटमेंट का टाइम लिमिट तय किया गया है. नए लिमिट के अनुसार खिलाड़ी की चोट के ऑन-फील्ड एसेसमेंट या ट्रीटमेंट के लिए अधिकतम चार मिनट समय मिलेगा.

ऑस्ट्रेलिया ने की थी चालाकी

दरअसल पिछले साल मार्च में इंदौर में हुए मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियन टीम ने स्टंपिंग वाले नियम का खूब फायदा उठाया था. इस टेस्ट मैच के दौरान जब भी कोई गेंद इंडियन प्लेयर के बैट के नजदीक से गुजरती थी तो ऑस्ट्रेलियन टीम के प्लेयर्स जोर से अपील करते थे. वहीं इस दौरान विकेटकीपर एलेक्स कैरी बल्लेबाज का स्टंप बिखेर लेग अंपायर से स्टंपिंग की अपील करने लगते थे. 

अब क्लोज कॉल को देखते हुए फील्ड अंपायर उसे थर्ड अंपायर को रेफर कर देते थे. ऐसे में थर्ड अंपायर स्टंपिंग चेक करने के साथ ये भी देखते थे कि गेंद बल्लेबाज़ के बैट पर लगी है या नहीं. मतलब ऑस्ट्रेलियन टीम एक तीर से दो निशाना साध लेती थी. वो भी बिना DRS का इस्तेमाल किए. कंगारू टीम के खिलाड़ियों ने मैच के दौरान ऐसा कई बार किया.  जिस वजह से क्रिकेट के नियम में बड़ा लूपहोल सामने आया था और कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने इस नियम में बदलाव की मांग की थी.  

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