महिला टीम भी नहीं मिलाएगी पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ, विश्वकप में इस दिन महामुकाबला
IND W vs PAK W: महिला क्रिकेट टीम का विश्वकप चल रहा है. इसमें भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होने वाला है. बीसीसीआई ने कहा है कि पुरुष टीम की तरह महिला टीम भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ नहीं मिलाएगी.
.webp?width=210)
भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम की तरह महिला खिलाड़ी भी विश्व कप में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाएंगी. पहलगाम हमले के विरोध में बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया यानी बीसीसीआई ने 'नो हैंडशेक' पॉलिसी को महिला क्रिकेट विश्वकप में भी लागू करने का फैसला किया है. वर्ल्ड कप में हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय महिला टीम 5 अक्टूबर को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में पाकिस्तान से भिड़ेगी. इस मैच में न तो टॉस से पहले भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाएंगी और न ही रेफरी के साथ फोटोशूट में हिस्सा लेंगी. दोनों टीमों के बीच मैच के बाद वाला ‘औपचारिक हैंडशेक’ भी नहीं होगा.
ये साल 2022 के विश्वकप के दौरान के उस सीन से बिल्कुल अलग होगा, जिसमें भारतीय टीम की खिलाड़ी पाकिस्तानी कप्तान बिस्माह मारूफ की नन्हीं बिटिया के साथ हंसते हुए फोटो खिंचा रही थीं. बताया जा रहा है कि इस बार भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और पाकिस्तानी कैप्टन फातिमा सना के बीच सामान्य बातचीत भी होने की संभावना नहीं है.

महिला टीम भी सूर्य कुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टीम के नक्शे कदम पर चल रही है, जिसने हालिया एशिया कप के दौरान पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ न मिलाकर कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले पर विरोध जताया था.
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं. हालात इतने खराब हो गए हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) प्रमुख मोहसिन नकवी के हाथों दुबई में सूर्यकुमार यादव ने विजेता ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर ही चले गए और बीसीसीआई के आपत्ति जताने और ट्रॉफी सौंपने की हिदायत के बाद भी उसे वापस देने को तैयार नहीं हैं. एशियन क्रिकेट काउंसिल की मीटिंग में उन्होंंने कहा है कि भारतीय टीम को वह ट्रॉफी देने को तैयार हैं लेकिन सूर्य कुमार उनके पास आकर उनके ही हाथ से ट्रॉफी लेकर जाएं.
बीसीसीआई ने क्या कहा?इंडिया टुडे से जुड़े निखिल नाज की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ BCCI अधिकारी ने बताया,
बीसीसीआई सरकार के साथ जुड़ा हुआ है. भारत-पाकिस्तान के बीच टॉस के समय कोई पारंपरिक हाथ मिलाने की व्यवस्था नहीं होगी. मैच रेफरी के साथ कोई फोटोशूट नहीं होगा और खेल के अंत में कोई हाथ मिलाने की व्यवस्था नहीं होगी. पुरुष टीम ने जो नीति अपनाई थी, उसी का पालन महिला टीम भी करेगी.
इस बीच सबका ध्यान इस पर होगा कि 5 अक्टूबर को जब भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होंगी तो टॉस कौन कराएगा. माना जा रहा है कि ये काम किसी तीसरे देश के पूर्व खिलाड़ी या क्रिकेट एक्सपर्ट को दिया जा सकता है.
वीडियो: एशिया कप में पाकिस्तान की हार से बौखलाए शोएब अख्तर ने सबके सुना दिया