'रणजी ट्रॉफी में कोचिंग करो', गौतम गंभीर इस पूर्व क्रिकेटर की सलाह सह पाएंगे?
गंभीर ने भारत का कोच बनने से पहले आईपीएल में मेंटॉर की भूमिका निभाई थी. लेकिन उन्होंने कभी रेड बॉल क्रिकेट में कोच का पद नहीं संभाला. उन्हें पहली बार इसका अनुभव टीम इंडिया का कोच बनने के बाद ही मिला है.
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गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में बतौर कोच खुद को साबित किया है. टीम ने उनके कोच रहते हुए चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) जीती. टीम अब तक कोई टी20 सीरीज नहीं हारी. लेकिन टेस्ट में गंभीर कठघरे में हैं. भारत के ही कई दिग्गज खिलाड़ी उनके कोचिंग स्टाइल पर सवाल उठा चुके हैं. अब विदेशी भी इस मामले में गंभीर को सलाह देने लगे हैं. इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने गंभीर को घरेलू क्रिकेट में कोचिंग करने को कहा है.
गौतम गंभीर को मिली सलाहगंभीर ने भारत का कोच बनने से पहले आईपीएल में मेंटॉर की भूमिका निभाई थी. लेकिन उन्होंने कभी रेड बॉल क्रिकेट में कोच का पद नहीं संभाला. उन्हें पहली बार इसका अनुभव टीम इंडिया का कोच बनने के बाद ही मिला है. मोंटी को लगता है कि गंभीर को यह सीखने की जरूरत है कि रेड बॉल में टीम को एक साथ कैसे लाना है. उन्होंने ANI से कहा,
गौतम गंभीर व्हाइट बॉल क्रिकेट में एक अच्छे कोच हैं क्योंकि वे सफल रहे हैं. वह रणजी ट्रॉफी के कोच बन सकते हैं और उन्हें रणजी ट्रॉफी में कोचिंग दे चुके कोचों से बात करनी चाहिए कि रेड बॉल क्रिकेट में टीम कैसे बनाई जाती है. फिलहाल, भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में कमजोर है. यही सच्चाई है. टीम इतनी मजबूत नहीं है. इसमें समय लगेगा. जब तीन बड़े खिलाड़ी संन्यास ले लेते हैं, तो बचे हुए खिलाड़ियों को तैयार रखना मुश्किल हो जाता है.
गंभीर के कोच बनने के बाद भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में 2-2 से सीरीज ड्रॉ कराई थी. लेकिन उन्हें कुछ शर्मनाक हार भी देखनी पड़ी. भारत को साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा. लंबे समय बाद भारत घर में इस तरह टेस्ट सीरीज हारा है. वहीं ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने के बाद भारत को इस बार वहां भी हार मिली. भारत पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का टिकट नहीं कटा पाया.
फिलहाल सुरक्षित है गंभीर की नौकरी27 दिसंबर को एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में ये दावा भी किया गया था कि गौतम गंभीर को टेस्ट टीम के कोच के पद से हटाया जा सकता है. साथ ही उनके फ्यूचर पर भी कुछ तय नहीं है. गंभीर का करार 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक का है. खबर थी कि बोर्ड 2026 T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर गौर करेगा और उसके बाद फैसला करेगा कि गंभीर अपना टेन्यॉर पूरा कर पाएंगे या नहीं.
हालांकि बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया ने इन खबरों को अफवाह बताया. उनके अनुसार, ये खबर महज अफवाह थी कि बीसीसीआई गंभीर से खुश नहीं है. गंभीर को रेड बॉल क्रिकेट में बतौर कोच हटाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा,
गौतम गंभीर की टेस्ट कोचिंग को लेकर न तो कोई बातचीत हुई है और न ही किसी दूसरे कोच से संपर्क किया गया है. ऐसी सभी बातें केवल अफवाहें हैं.
BCCI सेक्रेटरी के इस बयान के बाद ये साफ हो गया है कि गंभीर को लेकर बोर्ड पूरी तरह आश्वस्त है. यानी मौजूदा स्थिति में कोचिंग सेटअप में किसी बदलाव की जरूरत नहीं समझी जा रही है. इससे स्प्लिट कोचिंग की बात भी गलत साबित हो गई है. मतलब गंभीर ही फिलहाल तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के कोच बने रहेंगे.
वीडियो: क्या बीसीसीआई ने गौतम गंभीर का विकल्प तलाशा था?

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