ललित मोदी किस-किस पर केस ठोकने जा रहे हैं?
'सब पर केस ठोकूंगा फिर आएगा मज़ा.'
Advertisement
पूर्व IPL चेयरमैन ललित मोदी ने BCCI पर केस ठोकने की धमकी दी है. ललित मोदी ने ये धमकी IPL मीडिया राइट केस में बॉम्बे हाई कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद दी. अपने फैसले में कोर्ट ने फेसिलिटेशन फीस को अवैध नहीं माना है. जिसके चलते BCCI से ललित मोदी की विदाई हुई थी. यूके में रह रहे ललित मोदी ने कोर्ट के फैसले पर कहा कि आखिरकार सत्य की जीत हुई है.
बता दें कि ललित मोदी और BCCI के बीच की लड़ाई 13 साल पुरानी है. BCCI ने साल 2009 में वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप इंडिया के साथ IPL के मीडिया राइट्स की डील रद्द कर दी थी. इसके बाद मामला आर्बिट्रेशन ट्रिब्यूनल में गया था, जहां फैसला BCCI के पक्ष में गया था.
बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस बीपी कोलाबावाला ने इस मसले पर फैसला सुनाते हुए कहा,
'वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप इंडिया ने BCCI को 1791 करोड़ रुपये ज्यादा कमाने में मदद की और उसने बोर्ड के पक्ष में काम किया. साथ ही 425 करोड़ रुपये की फेसिलिटेशन फीस BCCI-WSGI-मल्टी स्क्रीन मीडिया के वास्तविक समझौते में थी.'बता दें कि इससे पहले BCCI ने ये दावा किया था कि इस समझौते के बारे में सिर्फ ललित मोदी को ही पता था. जिसके बाद काफी बवाल मचा था. लेकिन कोर्ट ने कहा कि तीनों पार्टियों को इस फीस के बारे में पूरी जानकारी थी.बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के बाद ललित मोदी ने क्रिकबज़ से बात करते हुए अपनी ख़ुशी जाहिर की और कहा,
'समय बड़ा बलवान है. मैंने अकेले IPL को बनाया. मैं परवाह नहीं करता लेकिन BCCI ने मुझ पर लाइफटाइम बैन लगा दिया. मैंने आर्थिक मंदी को मोदी प्रूफ बना दिया था. मेरे शब्द याद रखिए कि यह भारत से एक ग्लोबल शोपीस होगा. ये पूरी दुनिया में मनोरंजन का बड़ा जरिया होगा.और यह मैंने अपने देश को टीवी पर दिखाने के लिए लिए फ्री में किया. लेकिन दुख की बात है कि मेरी बनाई चीज पर जीने वाले लोग मेरी परछाई से इतने डरे हुए हैं कि उन्होंने मेरे बच्चों के टिकट खरीदकर मैच देखने पर भी रोक लगा रखी है. मेरा बस एक सवाल है कि मीडिया क्या कहेगा- भगोड़ा? कोशिश कर लीजिए. अब मैं सब पर ब्रिटेन में केस करूंगा. फिर मजे देखिएगा.’
बता दें कि साल 2010 में BCCI ने ललित मोदी को सस्पेंड कर दिया था. वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप इंडिया के साथ उनके सारे अग्रीमेंट्स को रद्द कर दिया था. और फिर 2013 में उनपर लाइफटाइम बैन लगा दिया. ललित मोदी पर कदाचार, अनुशासनहीनता और वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगा. फिर BCCI ने उनके खिलाफ जांच शुरू की और सभी आरोपों में ललित मोदी दोषी पाए गए. इससे पहले ED उनके खिलाफ जांच शुरू करती, ललित मोदी ब्रिटेन चले गए थे.The Bombay High Court set aside an arbitral award in favour of the Board of Control for Cricket in India in the BCCI-World Sports Group India-Multi Screen Media broadcast rights case.
"Truth has prevailed," said Lalit Modi.@vijaymirror ✍️https://t.co/AYbxiITCKk — Cricbuzz (@cricbuzz) March 20, 2022