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'अंग्रेजों के तलवे चाट रहे...', जडेजा-स्टोक्स विवाद पर स्टेन ने दिया इंग्लैंड का साथ तो भड़के इंडियन फैंस

Ravindra Jadeja और Ben Stokes के बीच जल्दी ड्रॉ स्वीकार करने को लेकर हुए विवाद में अब साउथ अफ्रीकी दिग्गज Dale Steyn भी कूद गए हैं. डेल स्टेन और Tabraiz Shamsi के बीच मामले में सोशल मीडिया पर बड़ी बहस हुई.

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Manchester Test, Dale Steyn, Jadeja Stokes Controversy
डेल स्टेन ने जडेजा-स्टोक्स विवाद में इंग्लिश कैप्टन का साथ दिया है. (फोटो-Reuters/PTI)
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सुकांत सौरभ
29 जुलाई 2025 (Updated: 29 जुलाई 2025, 02:46 PM IST) कॉमेंट्स
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भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट (Manchester Test) भले ही ड्रॉ रहा हो, पर ये मुकाबला बहुत रोमांचक था. इस मुकाबले को लेकर अब भी फैन्स, पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट पंडितों के बीच चर्चा चल रही है. मैच के दौरान अंतिम दिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) और भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के बीच ड्रॉ के ऑफर को लेकर बहस हो गई थी. इस पूरे प्रकरण पर सोशल मीडिया पर दो खेमे बंट गए हैं. एक का मानना है कि स्टोक्स का मैच जल्दी खत्म करने का ऑफर सही था तो दूसरे का ये कहना है कि जडेजा का पर्सनल माइलस्टोन्स के लिए जाना सही फैसला था. इस विवाद में अब साउथ अफ्रीकी दिग्गज डेल स्टेन (Dale Steyn) और तबरेज़ शम्सी (Tabraiz Shamsi) भी कूद गए हैं. सोशल मीडिया पर शम्सी ने पोस्ट कर जहां जडेजा का साथ दिया, स्टेन का मानना इसके बिल्कुल उलट था.

शम्सी और स्टेन के बीच मतभेद

शम्सी को जडेजा और सुंदर के पर्सनल माइलस्टोन को पूरा करने के लिए जाने का फैसला बिल्कुल वाजिब लगा. उन्होंने एक्स पर लिखा,

टीम इंडिया के खेल को तुरंत ड्रॉ पर समाप्त करने के ऑफर को स्वीकार न करने को लेकर इतना बड़ा बखेड़ा क्यों खड़ा किया जा रहा है? ऑफर दिया गया था. ऑफर ठुकरा दिया गया, और उन्हें अपना फैसला लेने का पूरा अधिकार था. उन्होंने सेंचुरी लगाई, जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी. गेम ओवर.

हालांकि, पूर्व साउथ अफ्रीकी बॉलर डेल स्टेन की राय इससे अलग थी. उनका कहना था कि जब मैच में टीम इंडिया का उद्देश्य पूरा हो गया तो फिर उसे जारी रखने का कोई मतलब नहीं था. उन्होंने इस पर जवाब देते हुए पोस्ट किया, 

शमो, इस प्याज़ में कई परतें हैं, और हर परत किसी को रुलाएगी. मुझे यहां बस एक ही समस्या नज़र आ रही है, वो ये कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि बल्लेबाज़ शतक के लिए नहीं, बल्कि ड्रॉ के लिए खेल रहे थे. यही लक्ष्य था. मैच ड्रॉ कराना. जब ये हो गया और मैच का रिजल्ट आने की कोई उम्मीद नहीं थी तो ऑफर देने में क्या बुराई थी? ये वो समय नहीं था कि उन्हें लगे कि अब वो सेफ हैं और अब कुछ फ्री माइलस्टोन चाहते हैं. हालांकि, ये नियमों के दायरे में है पर भी ये थोड़ा अजीब लगता है. उन्होंने अच्छी बैटिंग की. शायद अंतिम घंटे के नज़दीक आते ही उन्हें उन माइलस्टोन तक पहुंचने के लिए ज़्यादा आक्रामक होना चाहिए था, कम से कम तब तो हम सब सहमत हो सकते थे कि इस अजीब स्थिति में किसी भी टीम ने नीचा दिखाने की कोशिश नहीं की.

ये भी पढ़ें : मैनचेस्टर के ड्रॉ से डरा इंग्लैंड? आखिरी टेस्ट से पहले इस खिलाड़ी को किया टीम में शामिल

शम्सी को स्टेन का जवाब अब भी संतोषजनक नहीं लगा. उन्होंने इस पर जवाब दिया, 

यह सही है, लेकिन मुझे लगता है कि दोनों पक्षों को अपना फ़ैसला लेने का अधिकार है. सिर्फ़ इसलिए कि ड्रॉ का विकल्प दिया गया था, इसका मतलब यह नहीं कि दूसरी टीम को भी यह विकल्प चुनना होगा. अगर आप यह तय करना चाहते हैं कि मैं कितनी देर तक बल्लेबाज़ी कर सकता हूं... तो मुझे आउट कर दीजिए! मुझे तो ऐसा ही लगता है.

इस पर स्टेन ने फिर लिखा, 

खैर, मुझे नहीं लगता कि कोई एक व्यक्ति यह तय करता है कि कोई कितनी देर तक बैटिंग कर सकता है. यह तो बस नियम है कि टीमें एक घंटा बाकी रहते ही आपस में ड्रॉ के लिए तय कर सकती हैं. मैच में इंग्लैंड जीत के लिए खेल रहा था. भारत ड्रॉ की ओर. अगर समय हो और लगे कि आगे खेलना बेकार है. कोई भी टीम जीतेगी या हारेगी नहीं, इसलिए बेहतर यही है कि हाथ मिलाओ और आगे बढ़ो. वह आखिरी घंटा व्यक्तिगत लक्ष्यों के लिए नहीं होता. जैसा कि कहा जाता है, टीम में कोई 'मैं' नहीं होता. वैसे, अगर तुम और मैं 90-90 रन पर बल्लेबाजी कर रहे होते, तो हमें उस मैदान से बाहर निकालने के लिए एक टैंक की ज़रूरत होती! हाहा.

एक इंडियन फैन को स्टेन की ट्वीट पसंद नहीं आई. उसने इसे 'अंग्रेजों के तलवे चाटने' जैसा बता दिया. लेकिन दक्षिण अफ्रीका के इस दिग्गज ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. यूजर ने लिखा,

अंग्रेजों का तलवे चाटते डेल स्टेन.

इस पर स्टेन ने जवाब दिया,

मैं इनका कुछ नहीं कर सकता. ये मेरी राय है.

मैनचेस्टर टेस्ट में ड्रॉ के साथ ही टीम इंडिया के पास अब भी एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को बराबर करने का मौका है. फिलहाल इंग्ल‍िश टीम सीरीज में 2-1 से आगे चल रही है, लेकिन सीरीज को जीतने के लिए उन्हें 31 जुलाई से द ओवल में होने वाले मुकाबले में या तो जीत दर्ज करनी होगी या उन्हें ड्रॉ खेलना होगा.

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