'ऐसी ही पिच चाहिए थी', गंभीर की ये दलील तो कुंबले को भी हजम नहीं हुई
भारतीय कोच Gautam Gambhir ने टीम इंडिया के लिए कोलकाता में रैंक टर्नर पिच बनवाई थी. लेकिन, यह पिच टीम इंडिया को ही भारी पड़ गई. गंभीर ने यह मानना से भी इनकार कर दिया कि पिच में कोई परेशानी थी.

कोलकाता टेस्ट साउथ अफ्रीका (South Africa) के नाम रहा. मेहमान टीम ने 30 रन से भारत को हराया और सीरीज में भी बढ़त हासिल कर ली. इस मैच में खिलाड़ियों के प्रदर्शन से ज्यादा पिच को लेकर चर्चा हुई. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने टीम इंडिया के लिए रैंक टर्नर पिच बनवाई, लेकिन यह पिच टीम इंडिया को ही भारी पड़ गई. गंभीर ने यह मानने से भी इनकार कर दिया कि पिच में कोई परेशानी थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जो कुछ कहा, उससे पूर्व क्रिकेटर्स भी हैरान हैं. खासतौर पर अनिल कुंबले.
कुंबले पिच देखकर हैरानमैच के दौरान कॉमेंट्री करने वाले अनिल कुंबले ने कहा कि उन्होंने ईडन गार्डेन्स में इस तरह की पिच नहीं देखी. कुंबले ने ब्रॉडकास्टर्स से कहा,
अगर आप ईडन गार्डेन्स की विरासत पर नजर डालें, तो यहां बहुत सारे टेस्ट मैच खेले गए हैं. मैं अंडर-19 के समय से यहां आ रहा हूं और मैंने टेस्ट मैच के तीन दिनों में कभी भी ऐसी पिच नहीं देखी. मैंने गौतम की बात सुनी, उन्होंने इस बात का ज़िक्र किया कि टीम कुछ ऐसा ही चाहती थी. फिर मैं थोड़ा उलझन में पड़ गया क्योंकि मुझे पता है कि यह एक युवा टीम है.
ये भी पढ़ें : भारत ने कोलकाता में बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड, 21वीं सदी में किसी टीम का नहीं हुआ ऐसा हाल
अनिल कुंबले की टीम को सलाहकुंबले को लगता है कि गंभीर को अपने खिलाड़ियों को कॉन्फिडेंस देना चाहिए. इंग्लैंड में टीम के प्रदर्शन से पता चलता है कि भारत के खिलाड़ियों में प्रतिभा है. कुंबले ने कहा,
डेल स्टेन भी कुंबले से सहमतआप अपनी युवा टीम को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं. जैसा कि उन्होंने इंग्लैंड में बहुत ही कठिन कंडीशंस में, अच्छी क्रिकेट कंडीशन में, असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने बहुत अच्छा संघर्ष किया, 2-2 से ड्रॉ खेला. फिर जब आप यहां आते हैं, तो मुझे यकीन है कि वे ऐसी ही कंडीशन में भी असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन करते. आपको उन्हें रन बनाते रहने का कॉन्फिडेंस देना होगा. बल्लेबाजों को शतक बनाने का कॉन्फिडेंस होना चाहिए. गेंदबाजों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होना चाहिए. विकेट तो मिलेंगे ही. वह सभी कुशल गेंदबाज हैं.
कोलकाता टेस्ट में केवल टेंबा बावुमा और वॉशिंगटन सुंदर ही इस पिच पर लंबे समय तक टिके रहे. इसके बावजूद पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने पिच पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा,
चौथी पारी में वॉशिंगटन सुंदर और टेम्बा बावुमा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया. ऐसा लग रहा था कि वे कभी भी आउट हो सकते थे, एक गेंद पर उनका नंबर लिखा था. लेकिन उनका डिफेंस सबसे मज़बूत था. इस विकेट में निश्चित रूप से कुछ खामियां हैं, यह पक्का है. कोई भी टेस्ट मैच जो तीन दिन के अंदर खत्म हो जाता है, उसमें कुछ खामियां ज़रूर होती हैं.
भारत को दो मैचों की सीरीज का अगला मुकाबला 22 नवंबर से गुवाहाटी में खेलना है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ क्लीन स्विप से बचने के लिए टीम इंडिया को इस मुकाबले में वापसी करना होगा.
वीडियो: IPL 2026 के सारे ट्रेड की डिटेल्स, यहां पता चलेगा कौन खिलाड़ी अब किस टीम से खेलेगा


