Champions Trophy 2025: हाइब्रिड मॉडल पर मानेगा पाकिस्तान, लेकिन रख दी ये शर्तें
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आखिरकार झुकने को तैयार है. चैंपियंस ट्रॉफ़ी की मेजबानी पर उन्होंने ICC की सुनने का फैसला किया है. लेकिन साथ ही अपनी शर्तें भी रख दी हैं. इन शर्तों में भविष्य के ICC इवेंट्स के साथ पैसों की भी बात है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए हाइब्रिड मॉडल पर राजी होता दिख रहा है. PTI के मुताबिक, PCB ने ICC को बताया है कि वह हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन बदले में उन्होंने कुछ मांगें भी रखी हैं. इनमें भारत में होने वाले ICC इवेंट्स में भी हाइब्रिड मॉडल अपनाना शामिल है. साथ ही इन्होंने ICC से मिलने वाले रेवेन्यू में अपना हिस्सा बढ़ाने की मांग भी की है.
इससे पहले PCB ने टूर्नामेंट के बॉयकॉट की धमकी दी थी. इन्होंने कहा था कि अगर पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में नहीं होता, तो ये लोग इसका बहिष्कार कर देंगे. एक सोर्स ने इस बारे में PTI को बताया,
'मौजूदा हालात ये हैं कि PCB चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने कहा है कि वह चैंपियंस ट्रॉफ़ी को हाइब्रिड मॉडल में कराने पर तभी राजी होंगे, अगर बोर्ड इस बात पर मान जाए कि भविष्य के सभी ICC इवेंट्स में सेम सिस्टम होगा. पाकिस्तान की टीम मैच खेलने भारत नहीं जाएगी.'
यह भी पढ़ें: वैभव सूर्यवंशी नाकाम, पाकिस्तान के खिलाफ़ यूं हारी टीम इंडिया!
साल 2031 तक भारत में तीन ICC मेंस इवेंट्स होने हैं. इसमें 2026 का T20 वर्ल्ड कप, 2029 की चैंपियंस ट्रॉफ़ी और 2031 का वनडे वर्ल्ड कप शामिल है. T20 और वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत के साथ श्रीलंका और बांग्लादेश को भी मिली है. यानी यहां पर पाकिस्तान चाहे तो आसानी से उसके मैच किसी और देख में कराए जा सकते हैं. समस्या चैंपियंस ट्रॉफ़ी की है. जो पूरी तरह से भारत में ही होना है. साथ ही अगले साल का वुमेंस वनडे वर्ल्ड कप भी भारत में होना है. यहां भी समस्या फंसेगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, PCB के झुकने के बाद अब चैंपियंस ट्रॉफ़ी से जुड़ी अनिश्चितता जल्दी खत्म होने की संभावना है. शुक्रवार, 29 नवंबर को ICC बोर्ड की मीटिंग हुई थी. लेकिन इस मीटिंग में किसी तरह का एग्रीमेंट नहीं हो पाया. बाद में ICC ने PCB से कहा कि या तो वह हाइब्रिड मॉडल स्वीकार कर लें, या फिर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जाएगा.
इस विवाद के चलते अभी तक टूर्नामेंट का शेड्यूल नहीं घोषित हो पाया है. PCB सोर्स के मुताबिक नक़वी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. हाइब्रिड मॉडल स्वीकारने के लिए उन्होंने भारत के साथ भी ऐसे ही सलूक की मांग की है. साथ ही वह ज्यादा पैसे भी मांग रहे हैं. सोर्स ने कहा,
'इसके साथ ही, पाकिस्तान चाहता है कि ICC फ़िनांशल साइकल से पाकिस्तान को मिलने वाले रेवेन्यू को 5.75 परसेंट से बढ़ाया जाए. नक़वी ने इस पर जोर दिया है, लेकिन उन्होंने होस्टिंग के लिए किसी तरह की एक्स्ट्रा फ़ी नहीं मांगी है. लोग कह रहे हैं कि नक़वी ने अपनी सरकार से बात करने के बाद जवाब देने के लिए वक्त मांगा है. लेकिन हमें नहीं पता कि क्या वो अपनी मांगों पर अपनी सरकार का समर्थन लेकर ही वहां गए थे.'
नक़वी पाकिस्तानी सरकार में मंत्री भी हैं. और उन्होंने जिस तरह से अड़ियल रवैया अपनाया हुआ है. अगर वह बिना किसी खास फायदे के अपने स्टांस से पीछे हटते हैं, तो उन्हें निश्चित तौर पर घर में भी काफी कुछ सुनना पड़ेगा. नक़वी ने हाल ही में एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के हेड मुबाशिर उस्मानी से दुबई में मुलाकात की थी. इस मुलाकात में उन्होंने विश्वास दिलाया कि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफ़ी होस्ट करने के लिए तैयार है. सारी तैयारियां सही चल रही हैं.
इस सोर्स ने PTI से बात करते हुए इस ख़बर को भी नकार दिया कि बोर्ड को चैंपियंस ट्रॉफ़ी हाइब्रिड मॉडल में कराने के लिए 20 मिलियन डॉलर एक्स्ट्रा मिलेंगे. रिपोर्ट्स थीं कि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफ़ी हाइब्रिड मॉडल में होस्ट करने के लिए होस्टिंग फ़ी के रूप में छह मिलियन के साथ 20 मिलियन एक्स्ट्रा भी पाएगा.
वीडियो: भारत-पाकिस्तान को बैन कर दो... चैंपियंस ट्रॉफी बवाल पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने क्या कहा?