22 साल के लड़के ने सच किया IPL ट्रॉफी पर लिखा संस्कृत श्लोक
आयुष बदोनी नाम है, छक्के मारना काम है.
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आयुष बदोनी (फोटो क्रेडिट : PTI)
लग तो यही रहा था कि लखनऊ बमुश्किल तीन अंकों तक जा पाएगी. लेकिन दीपक और आयुष ने वानखेड़े में मौज कर दी. दीपक हूडा ने 36 गेंदों में अपना पचासा पूरा किया. जिसमें पांच चौके और दो छक्के शामिल थे. हूडा 55 रन बनाकर आउट हुए. और उनके आउट होने के बाद आयुष ने अपना काम शुरू किया. उन्होंने राशिद खान जैसे आला दर्जे के स्पिनर को शानदार छक्का लगाया. आयुष ने 41 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 54 रन की पारी खेली. और टीम के स्कोर को 158 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.Keep going, Deepak Hooda 💯#AbApniBaariHai 💪 @deepakhooda30 🏏#LSG #GTvsLSG #AbApniBaariHai pic.twitter.com/qm8aBQrEP6
— Lucknow Super Giants (@LucknowIPL) March 28, 2022
हालांकि आयुष की शुरुआत अच्छी नहीं हुई थी. जब वह बल्लेबाजी के लिए आए तो टीम दबाव में थी. स्टार खिलाड़ी आउट हो चुके थे. और आयुष खुद स्ट्रगल कर रहे थे. 13वें ओवर के खत्म होने तक आयुष बदोनी 20 गेंदों में 11 रन बनाकर खेल रहे थे. T20 में ऐसी बल्लेबाजी देखना कोई पसंद नहीं करता. लेकिन आयुष ने इस बात का लोड लिए बिना ना सिर्फ पारी आगे बढ़ाई, बल्कि अगली 21 गेंदों पर 43 रन भी ठोक डाले. अपने IPL डेब्यू पर आयुष पचासा जड़कर आउट हुए. कमाल की पारी और काबिल-ए-तारीफ बल्लेबाजी. आयुष ने ड्रीम IPL डेब्यू के बाद अपनी पारी के बारे में कहा,First half century for our young dynamite in his debut - Ayush Badoni!
आरंभ है प्रचंड 🔥 आईपीएल की पहली पारी में ही आयुष ने जड़ा अपना पहला अर्धशतक 😍#AbApniBaariHai#LSG #GTvsLSG #IPL2022 pic.twitter.com/G95ZE7I7x8 — Lucknow Super Giants (@LucknowIPL) March 28, 2022
'मैं स्कोरबोर्ड की तरफ नहीं देख रहा था. कुछ देर बाद मुझे पता चला कि मैंने पचासा लगाया है. इस मुकाबले से पहले मैं काफी नर्वस था और पिछली रात सो नहीं सका था. लेकिन जैसे ही अपनी पहली बाउंड्री लगाई. लगा कि मैं तो इसी के लिए यहां हूं. बल्लेबाजी के लिए ये विकेट काफी अच्छी है. छह ओवर्स के बाद बॉल बैट पर आ रही थी.'# U-19 Asia Cup 2018 बता दें कि आयुष बदोनी दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं. मशहूर कोच तारक सिन्हा से कोचिंग ली है. और उभरते हुए अग्रेसिव ऑलराउंडर हैं. आयुष 2018 में U-19 एशिया कप जीतने वाली टीम इंडिया का अहम हिस्सा थे. उन्होंने टूर्नामेंट में पांच मैच खेलते हुए 67 की ऐवरेज से 200 रन ठोके थे. यशस्वी जायसवाल के बाद आयुष टूर्नामेंट के दूसरे लीडिंग रन स्कोरर थे. श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में आयुष ने सिर्फ 28 गेंदों में दो चौके और पांच छक्कों की मदद से 52 रन की पारी खेली थी. आयुष की धुआंधार बल्लेबाजी की वजह से भारत फाइनल जीतने के कामयाब रहा था.