CWG 2022 के सेमीफाइनल में भारतीय महिला हॉकी टीम को बेईमानी से बाहर कर दिया!
वीरेंद्र सहवाग ने बताया कैसे हर घड़ी टाइम से शुरू होगी?

इंडियन विमेन्स हॉकी टीम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल की दौड़ से बाहर हो गई है. सेमीफाइनल में इंडिया का मुकाबला चार बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से हुआ. फुलटाइम पर मैच 1-1 से ड्रॉ होने के बाद मैच पेनाल्टी शूटआउट में गया. जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 से जीत लिया. लेकिन ये स्कोरकार्ड जितना साधारण सा दिख रहा है. उतना साधारण है नहीं. इस मुकाबले में भारत के एक पेनाल्टी सेव पर विवाद हो गया है.
पेनाल्टी शूटआउट में क्या हुआ?पेनाल्टी शूटआउट के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जो हर इंडियन फैन भूलना चाहेगा. पहली पेनाल्टी ऑस्ट्रेलिया ने ली. भारतीय गोलकीपर और कप्तान सविता पुनिया ने ऑस्ट्रेलिया के इस अटेम्प्ट को शानदार तरीके से सेव कर लिया. लेकिन पूरी तरह से इसे सेव करने के बाद रेफरी ने बताया कि इस पेनाल्टी को मापने के लिए घड़ी शुरू ही नहीं हुई थी. और एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया को पहली पेनाल्टी लेने का मौका मिला. CWG के इतने बड़े सेमीफाइनल में घड़ी का ना चलना ये बेहद निराश करने वाली चीज़ है. वो भी तब जब साफतौर पर एक खिलाड़ी ने पेनाल्टी बचाई हो. इसके बाद इंडियन प्लेयर्स का हौसला टूट गया. ऐसे बड़े मौकों पर ऐसी चीज़ें बहुत अहम भूमिका निभाती हैं. ऑस्ट्रेलिया ने फिर से वो पेनाल्टी ली और गोल कर दिया.
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय फैन्स इसे बेईमानी बता रहे हैं. इस घटना पर इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर वीरेन्द्र सहवाग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा -
हेड्स आया तो आप जीते, टेल्स आया तो मैं हारी. ऑस्ट्रेलिया ने पेनाल्टी मिस की तो रेफरी ने कहा कि घड़ी नहीं शुरू हुई थी. वाह भाई वाह, हद है! ऐसी तरफदारी इंडियन क्रिकेट टीम के साथ भी होती थी, जब तक हम क्रिकेट के सुपरपॉवर नहीं बने थे. हॉकी में भी जब जल्द बनेंगे, फिर हर घड़ी टाइम से शुरू होगी. हमारी लड़कियों पर हमे नाज़ हैं. #Hockey #CommonwealthGames #Biased
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये सेमीफाइनल इंडिया के लिए मुश्किल होने वाला था. इंडिया ने इस चैलेंज के लिए अच्छी तैयारी भी की. और पिच पर ऐसा ही देखने को भी मिला. मुकाबले की शुरुआत में इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को एक ही गोल पर रोक दिया. ऑस्ट्रेलिया के लिए रेबेका ग्रेनर ने 10वें मिनट में गोल दागा. चौथे क्वार्टर में भारत के लिए वंदना कटारिया ने गोल दाग स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. इसके बाद ही मैच पेनाल्टी शूटआउट में गया.
भारतीय टीम इससे पहले 2006 में कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में पहुंची थी. तब ऑस्ट्रेलिया ने इंडिया को हराया था. भारतीय महिला हॉकी टीम ने अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता है. ब्रॉन्ज़ मेडल के लिए इंडिया का मुकाबला सात अगस्त को न्यूजीलैंड से होगा.
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