The Lallantop
Advertisement

अजय जडेजा ने बताया, सिर्फ स्टैट्स नहीं, इस वजह से महान हैं सचिन!

जडेजा ने 1998 की दिलचस्प कहानी साझा की है.

Advertisement
Sachin Tendulkar file photo
सचिन तेंडुलकर (फाइल फोटो)
21 अगस्त 2022 (Updated: 21 अगस्त 2022, 21:06 IST)
Updated: 21 अगस्त 2022 21:06 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

टीम इंडिया फिलहाल तीन मैच की वनडे सीरीज के लिए जिम्बाब्वे के दौरे पर है. इस सीरीज़ में इंडिया ने 2-0 की बढ़त ले ली है. हरारे में शनिवार 20 अगस्त को भारत ने मेज़बान टीम को पांच विकेट से हराकर जिम्बाब्वे पर लगातार 14वीं जीत दर्ज की. ये भी एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड है. भारत ने पिछले कुछ सालों में जिम्बाब्वे के बहुत दौरे नहीं किए हैं. लेकिन 1990 के दशक में इंडियन टीम लगातार जिम्बाब्वे का दौरा करती थी.

इन्हीं दौरों से जुड़ा एक किस्सा पूर्व इंडियन क्रिकेटर अजय जडेजा ने सुनाया. इस किस्से के साथ जडेजा ने ये भी बताने की कोशिश की कि सचिन तेंडुलकर क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज़ कैसे हैं. 

कौन सा किस्सा?

1998 का दौरा था. भारत कोका कोला चैंपियन्स लीग ट्राई सीरीज खेलने के लिए जिम्बाब्वे गया हुआ था. एक मैच में जिम्बाब्वे के युवा पेसर हेनरी ओलोंगा ने भारत के टॉप चार बल्लेबाज़ों को आउट कर दिया. सचिन भी इन चार में शामिल थे. जिम्बाब्वे ने वो मैच 13 रन से जीत लिया.

अजय ने बताया कि उन्होंने सचिन को आउट होने के बाद इससे ज्यादा परेशान कभी नहीं देखा था. अगले ही दिन उस टूर्नामेंट के फाइनल में इंडिया और जिम्बाब्वे का फिर सामना हुआ. ये मैच इंडिया ने 10 विकेट से जीता और सचिन ने सेंचुरी जड़ी. सचिन की उस पारी को याद करते हुए अजय जडेजा ने कहा कि तेंडुलकर अपने स्टैट्स के लिए ही नहीं, बल्कि हर तरह से महान हैं. अजय ने कहा कि तेंडुलकर उस दौर की दुनिया से आगे थे. अजय ने सोनी सिक्स पर बातचीत करते हुए कहा -

‘श्रीलंका (उस सीरीज की तीसरी टीम) ने 1996 में वर्ल्ड कप जीता था. ज़िम्बाबवे, भारत और श्रीलंका के बीच वो ट्राई सीरीज कुछ साल बाद थी. ये जिम्बाब्वे टीम वैसी नहीं थी जैसी आप आज के दौर में देख रहे हैं. सचिन ने उस टीम को बहुत कमज़ोर दिखाया. ये वैसी टीम लग ही नहीं रही थी, जिसने एक दिन पहले इंडिया को हराया था.’

जडेजा ने इसी बातचीत में आगे ये भी कहा -

‘सचिन ने 90 बॉल में सेंचुरी जड़ दी थी. सचिन सिर्फ अपने नंबर्स के लिए महान नहीं थे, वो अपने वक्त से आगे थे. जो लोग आज कर रहे हैं, वो उस दौर में हर रोज कर रहे थे. वो मैच इंडिया ने 10 विकेट से जीता था. वो जिम्बाब्वे की टीम अच्छी थी. आप अभी जो जिम्बाब्वे की टीम देख रहे हैं, वैसी नहीं.’

अजय जडेजा की ये बात बिल्कुल ठीक है. उस दौर की ज़िम्बाबवे को हराना बिल्कुल भी आसान नहीं होता था. क्योंकि उस टीम में एंडी फ्लार, ग्रांट फ्लार, हीथ स्ट्रीक और ओलोंगा जैसे ढेर सारे स्टार्स मौजूद थे. 

ज़िम्बाबवे के मौजूदा दौरे पर भारत ने जिम्बाब्वे को पहले वनडे में 10 और दूसरे वनडे में पांच विकेट से हराया. इंडिया और जिम्बाब्वे के बीच तीसरा और आखिरी वनडे 22 अगस्त को खेला जाना है. 

ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक की तुलना में क्या कह गए पूर्व क्रिकेटर?

thumbnail

Advertisement