एन जगदीशन.. पिता की सलाह ना मानते तो शायद बच जाता हिटमैन का रिकॉर्ड
277 रन की पारी खेल जगदीशन ने तोड़े कई रिकॉर्ड.
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एन जगदीशन (N Jagadeesan). तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज़. ये खिलाड़ी इन दिनों डोमेस्टिक क्रिकेट का सूर्यकुमार यादव बना हुआ है. मतलब ठीक उसी तरह से बोलर्स की बराबर कुटाई कर रहा है, जैसा सूर्या भाऊ फिलहाल इंटरेनशनल क्रिकेट में कर रहे हैं. वो खिलाड़ी, जिसकी वजह से माही की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स को बड़ा मलाल होने वाला है.
और इस मलाल की वजह बनेगी विजय हजारे ट्रॉफी में इस खिलाड़ी की फॉर्म. कौन सा ऐसा बोलर होगा, जिसको जगदीशन ने इस टूर्नामेंट में कूटा नहीं होगा. इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण दिखा सोमवार, 21 नवंबर को हुए तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश के मुकाबले में. जहां इस दाएं हाथ के बैटर ने 277 रन की रिकॉर्डतोड़ पारी खेल डाली. वो भी महज 141 गेंद में. जिसमें 25 चौके और 15 छक्के शामिल हैं.
इस धमाकेदार पारी के साथ उन्होंने दो और बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिए. पहला विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीज़न में सबसे ज्यादा पांच शतक और दूसरा लिस्ट A क्रिकेट में लगातार पांच शतक का रिकॉर्ड. इससे पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश के खिलाफ़ नाबाद 114 रन बनाए थे, जबकि छत्तीसगढ़ के खिलाफ़ उन्होंने 107 रन की पारी खेली थी. वहीं, गोवा के खिलाफ उन्होंने 168 और हरियाणा के खिलाफ 128 रन बनाए थे.
और उनकी ऐसी बैटिंग देख लोगों में उत्सुकता जग गई कि ये धुरंधर खिलाड़ी है कौन? तो आइए हम आपको बताते हैं.
# कौन हैं N Jagadeesan?एन जगदीशन का जन्म 24 दिसंबर 1995 को तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में हुआ. उनका पूरा नाम नारायण जगदीशन है. उनके पिता सीजे नारायण भी क्रिकेटर रह चुके हैं. वो एक विकेटकीपर बल्लेबाज थे. जिन्होंने मुंबई की फर्स्ट डिविजन लीग में टाटा इलेक्ट्रिक कंपनी का प्रतिनिधित्व किया था. ऐसे में जगदीशन ने भी बेहद कम उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था.
साल 2004 में जगदीशन के पिता ने श्री रामकृष्ण क्रिकेट ट्रस्ट एकेडमी में एडमिशन दिलाया. जहां उन्हें कोच ए जी गुरुसामी ने निखारा. जगदीशन बचपन में एक फास्ट बोलर बनना चाहते थे लेकिन उनके कोच और पिता ने उन्हें विकेटकीपर बैटर बनने की सलाह दी. और बस यहीं से शुरू हुआ जगदीशन के एक बेहतरीन बल्लेबाज़ बनने का सिलसिला.
सिर्फ नौ साल की उम्र में उन्हें जिले की अंडर-13 टीम के लिए चुना गया. जिसके बाद उन्हें स्टेट की अंडर-14, अंडर-16 और अंडर-19 क्रिकेट खेलने का मौका मिला. लेकिन उनके करियर के लिए ब्रेकथू साबित हुई साल 2016 में शुरू हुई तमिलनाडु प्रीमियर लीग, यानी TNPL. उन्हें डिंडीगुल ड्रैगन्स की टीम ने अपने साथ जोड़ा. जिस टीम का हिस्सा रविचंद्रन अश्विन और टी नटराजन जैसे खिलाड़ी थे. जगदीशन ने इस सीज़न मिले मौके का भरपूर फायदा उठाया. उन्होंने आठ पारियों में 56 की औसत और 120.67 की स्ट्राइक रेट से सबसे ज्यादा 397 रन बनाए.
इस बेहतरीन प्रदर्शन के चलते उन्हें इसी साल मध्यप्रदेश के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट डेब्यू करने का मौका मिला. जगदीशन ने इस बड़े मौके को दोनों हाथों से लपका और नाबाद 123 रन की पारी खेली. उनकी इस पारी की बदौलत तमिलनाडु ने अपनी पारी में सात विकेट खोकर 555 रन का स्कोर खड़ा किया. हालांकि ये मैच ड्रॉ रहा. वहीं 26 फरवरी 2017 को उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए अपने लिस्ट A करियर की शुरुआत की. जिसमें उन्होंने 10 रन बनाए.
डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन का इनाम IPL ऑक्शन में मिला. साल 2018 की नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें 20 लाख रुपये में खरीदा. लेकिन उन्हे 2018 और 2019 सीज़न में खेलने का मौका नहीं मिला. बावजूद इसके CSK ने 2020 की नीलामी में उन्हें रिटेन किया. जगदीशन ने अपना IPL डेब्यू इसी साल रॉयल चैंलेजर्स बैंगलोर के खिलाफ किया. और इस मुकाबले में उन्होंने 28 गेंद पर 33 रन बनाए.
लेकिन इसके बाद उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले. 2022 के मेगा ऑक्शन में भी चेन्नई ने 20 लाख रुपये की बेस प्राइस पर उन्हें अपने साथ जोड़ा. लेकिन इस सीज़न भी जगदीशन को महज दो मुकाबलों में मौका मिला. जिसके बाद दिसंबर 2022 में होने वाले मिनी ऑक्शन से पहले CSKने उन्हें रिलीज भी कर दिया.
हालांकि क्रिकेट के मैदान पर अपना जलवा दिखा रहे जगदीशन इस साल TNPL मैच के दौरान बड़े विवाद में भी फंस चुके हैं. दरअसल 23 जून 2022 को चेपॉक सुपर गिलीज और नेलाई रॉयल किंग्स के बीच मैच खेला जा रहा था. इस दौरान नेलाई ने एल सूर्य प्रकाश के 62 और संजय यादव के 87 रन की पारी दम पर 20 ओवर में 184 रन बना दिए. अब चेपॉक को 185 रन का मुश्किल टारगेट चेज करना था. जिसके लिए मैदान पर उतरे कौशिक गांधी और एन जगदीशन.
दोनों ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए तेज़ी से 29 रन जोड़ दिए. मैच में सब कुछ ठीक चल रहा था, तभी चौथा ओवर डाल रहे बाबा अपराजित ने ओवर की चौथी गेंद पर एन जगदीशन को आउट कर दिया. लेकिन ये आउट बोल्ड या कैच नहीं, बल्कि मांकडिंग था. जिसे अब रन आउट कहा जाता है. जगदीशन ने आउट होने से पहले 15 बॉल पर 25 रन बनाए.
अच्छे टच में दिख रहे जगदीशन इस तरह से आउट होने के बाद काफी गुस्से में नजर आए और पविलियन की तरफ जाते हुए उन्होंने बोलर अपराजित को मिडिल फिंगर दिखा दी. जिसपर खूब बवाल हुआ.
हालांकि जगदीशन ने अपनी इस हरकत को लेकर अगले दिन ही माफी मांग ली. उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर एक मैसेज शेयर करते कहा कि उन्होंने गुस्से में आपा खो दिया था. उन्होंने लिखा,
‘कल के मैच में मेरे द्वारा किए गए अक्षम्य व्यवहार के लिए मैं आप सब से क्षमा मांगता हूं. मैं हमेशा ही क्रिकेट के लिए जिया हूं. और खेल के साथ जो खेल भावना आती है, उसका मैं गहरा सम्मान करता हूं. यही कारण है कि मेरे लिए यह पचाना बहुत कठिन है कि मैंने कैसे रिएक्ट किया था. खेल में जुनून हमेशा महत्वपूर्ण होता है लेकिन इसे नियंत्रित करना और इसे सही तरीके से व्यवस्थित करना अधिक महत्वपूर्ण है.’
उन्होंने आगे लिखा,
'और यह कुछ ऐसा है, जिसे करने में मैं असफल रहा. जब मैंने अपने गुस्से को मुझ पर हावी होने दिया. जो हो गया है उसके लिए कोई बहाना नहीं. मैं अच्छा करुंगा और बेहतर बनूंगा.’
अब जगदीशन फिलहाल जिस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं, वो वाकई काफी कमाल का है. दिसंबर में होने वाले मेगा ऑक्शन से पहले उनकी बैटिंग को देख हर फ्रैंचाइज की नजर उनके उपर टिकी होंगी. ऐसे में टीम्स अगर उनके ऊपर करोड़ों खर्च करती है, तो उसमें कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए.
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