पहला सवाल. क्या आपके लिए दोस्तों, घरवालों या ऑफिस में लोगों को न कहना बहुत मुश्किल है. भले ही आपका वो काम करने या बात मानने का एकदम मन न हो. पर कहीं वो बुरा न मान जाएं, इस डर से आप अपना मन मारकर हां बोलते हैं. दूसरा सवाल. क्या आपको रिजेक्शन से बहुत डर लगता है? इसलिए आप आउट ऑफ़ द वे जाकर, उन लोगों को भी ख़ुश रखने की कोशिश करते हैं जो आपकी इतनी मेहनत डिसर्व नहीं करते? तीसरा सवाल. क्या आप ख़ुद को दूसरों के मुक़ाबले बहुत कम समझते हैं. इसलिए आप जो भी काम करते हैं उसके लिए दूसरों का अप्रूवल और तारीफ आपके लिए ज़रूरी है? तभी आपको लगता है कि आप सही है. अगर इन सारे सवालों का जवाब हां है तो उसके पीछे एक वजह है. आप जो कर रहे हैं उसे कहते हैं पीपल प्लीज़िंग. यानी दूसरों की सहूलियत और खुशी आपके लिए, ख़ुद से ज़्यादा ज़रूरी है. ये एक साइकोलॉजिकल रिएक्शन है. इसके बारे में और जानते हैं आज के शो में.