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क्या सिक्स पैक एब्स किसी के फिट होने का सबूत है? ये सच बहुतों को बुरा लगेगा

सिक्स पैक एब्स बनने का मतलब होता है आपके शरीर के अंदर फैट की मात्रा से कम हो गई है. लेकिन...

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आपका गोल फ़िटनेस होना चाहिए. कोई अगर सिक्स पैक एब्स बना भी लेता है तो उसे लंबे समय तक बनाकर नहीं रख पाता. (तस्वीरें- Unsplash.com)
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6 जून 2023 (Updated: 6 जून 2023, 16:18 IST)
Updated: 6 जून 2023 16:18 IST
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हम लोग अक्सर एक्टर्स और मॉडल्स को फ़िल्मों और टीवी में सिक्स पैक एब्स के साथ देखते हैं. उन्हें देखकर बड़े इम्प्रेस होते हैं. उनके जैसी बॉडी भी चाहते हैं. कई लोग सिक्स पैक एब्स की चाह में जिम जॉइन करते हैं. भयानक एक्सरसाइज और डाइटिंग करते हैं. कुछ इसमें कामयाब भी हो जाते हैं. पर सिक्स पैक एब्स का मतलब एक हेल्दी शरीर एकदम नहीं है. उल्टा ये नुकसानदेह हो सकता है है. डॉक्टर्स से जानते हैं शरीर में सिक्स पैक एब्स कब आते हैं और ये हेल्दी क्यों नहीं है.

सिक्स पैक एब्स कब बनते हैं?

ये हमें बताया डॉक्टर शरद मल्होत्रा ने.

Dr. Sharad Malhotra is Gastroenterologist in Aakash Healthcare Super  Speciality Hospital -Dwarka
डॉक्टर शरद मल्होत्रा, हेड, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, आकाश हेल्थकेयर

सिक्स पैक एब्स बनने का मतलब होता है आपके शरीर के अंदर फैट की मात्रा 10 पर्सेंट से कम हो गई है. यही मात्रा महिलाओं में 14 पर्सेंट से नीचे चली जाती है. अगर फैट की मात्रा बहुत कम हो जाती है और साथ में ज़्यादा एक्सरसाइज की जाती है तो फैट हटने के कारण मांसपेशियां बड़ी होकर एक पोजीशन ले लेती हैं. जो पेट की मसल्स के अंदर सिक्स पैक एब्स कहलाता है.

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हम लोग अक्सर एक्टर्स और मॉडल्स को फ़िल्मों और टीवी में सिक्स पैक एब्स के साथ देखते हैं. उन्हें देखकर बड़े इम्प्रेस होते हैं.
सिक्स पैक एब्स का मतलब फिट बॉडी क्यों नहीं है?

सिक्स पैक एब्स बनाने के लिए बहुत ज़्यादा एक्सरसाइज की ज़रुरत होती है. डाइट में भारी बदलाव की भी ज़रुरत होती है. नमक और तेल की मात्रा हद से ज़्यादा कम करनी पड़ती है. ये अपने आप में एक समस्या पैदा करता है. कई लोग ट्रेडमिल पर भागते हुए अचानक से गिर जाते हैं. उनको हार्ट अटैक पड़ता है. इससे पता चलता है कि पहले से शायद कोई दिल की बीमारी रही हो. 

अगर ऐसा है तो ज़्यादा एक्सरसाइज करने से पहले दिल की फ़िटनेस की जांच ज़रूर होनी चाहिए. सिक्स पैक एब्स बनाने के चक्कर में नुकसान हो सकता है. जब शरीर में फैट, नमक की मात्रा कम होती है तब नसें, दिल और पेट कमज़ोर पड़ जाते हैं. शरीर हर वक़्त थका हुआ महसूस करता है. पेट के अंदर मौजूद अंगों को नुकसान पहुंच सकता है. विटामिंस और मिनरल्स की कमी हो सकती है. इसलिए आपका गोल फ़िटनेस होना चाहिए. कोई अगर सिक्स पैक एब्स बना भी लेता है तो उसे लंबे समय तक बनाकर नहीं रख पाता क्योंकि उसके साथ खाने और पीने की बहुत सारी प्रॉब्लम्स जुड़ी हुई हैं.

डॉक्टर साहब की बातें सुनकर ये तो आपको समझ में आ ही गया होगा कि सिक्स पैक एब्स के पीछे क्यों नहीं भागना चाहिए. ये हेल्दी होने की निशानी नहीं है. अगर सही ट्रेनर्स और एक्सपर्ट्स की निगरानी में एक्सरसाइज और डाइट नहीं की जाए तो ये आपके लिए ख़तरनाक हो सकता है. इसलिए आपका गोल फ़िटनेस होना चाहिए, एक्टर्स जैसी बॉडी नहीं. क्योंकि वो ख़ुद इसे लंबे समय के लिए मेन्टेन नहीं कर पाते. 

(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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