टाइट पैंट पहनने की वजह से आपको तो नहीं होती ये दिक्कत?
'कैमल टो' का मतलब जानेंगे तो सिर पकड़ लेंगे.
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घर में चूहे हो गए हैं. इतवार को अलमारी खोली तो अंदर दो चूहे नाच रहे थे. पूरी अलमारी खाली करनी पड़ी. उसमें से निकली एक पुरानी जींस. पुरानी जींस सुनकर क्या नॉस्टैल्जिया होता है न? डेढ़ साल के लॉकडाउन में वो बेचारी जींस भूली-बिसरी हो गई थी. मैंने ट्राई की और आदतन अपनी रूममेट को दिखाया. कि देखो वज़न बढ़ गया, फिर भी पुरानी जींस फिट आ रही है. रूममेट ने ऊपर से नीचे तक देखा, फिर कहा- कैमल टो दिख रहा है. पर ठीक है.
कैमल टो? अरे भई, जींस की फिटिंग और ऊंट के पैर का रिश्ता क्या है? अपन पहुंचे गूगल बाबा के पास. इमेजेस में जाकर कैमल टो सर्च किया. उम्मीद थी कि ऊंट के पैर दिखेंगे या पैरों से जुड़ा कुछ दिखेगा. लेकिन नहीं. वहां दिखा कुछ और. आप भी फोटो देखिए.
टाइट पैंट की वजह से बनने वाले शेप का आकार ऊंट के पैर जैसा होता है, इसलिए उसे कैमल टो कहते हैं.
कैमल टो सर्च करने पर आपको कई आर्टिकल्स दिख जाएंगे जिसमें एक्ट्रेसेस के कैमल टो वाली बहुत सारी तस्वीरें होंगी. क्या ये कैमल टो सबके लिए एम्बैरेसिंग होता है? क्या इसकी वजह से वजाइनल हेल्थ को कोई खतरा हो सकता है? क्या कोई तरीका है जिससे इससे बचा जा सकता है? आज हम इसी पर बात करेंगे. तो कैमल टो होता क्या है? पैंट, जींस, जेगिंग्स, लेगिंग्स आदि कई बार इतने फिट होते हैं कि वो हमारे इंटिमेट एरिया से चिपक जाते हैं. ऐसे कपड़ों में उस हिस्से का उभार साफ-साफ दिखता है. उसका शेप ऊंट के पैर के जैसा दिखता है, इसलिए उसे कैमल टो कहते हैं.
अब ये कैमल टो कुछ लोगों के लिए एम्बैरेसिंग होता है तो कुछ लोगों को इससे फर्क नहीं पड़ता है. वैसे तो ये इतना कॉमन है कि इसे अब तक ब्रेस्ट के उभार की तरह ही नॉर्मलाइज़ कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं है. कैमल टो के बारे में पढ़ते हुए हमने कुछ आर्टिकल्स पढ़े. उनके मुताबिक, हाल के कुछ सालों में विदेशों में सेलेब्स ने कैमल टो को एम्ब्रेस करना शुरू किया है. यानी उसे स्वीकार कर लिया है कि ये तो है ही. कई कपड़ों में दिखेगा ही. तो इससे क्या शर्माना. आइडिया शेयरिंग वेबसाइट कोरा पर भी हमने कुछ लोगों के कोट्स पढ़े. जिनमें लिखा था कि उन्हें अब कैमल टो से फर्क नहीं पड़ता है. कई लड़कियों ने अपने कैमल टो की तस्वीरें भी कोरा पर पोस्ट की हैं और पूछा है कि क्या वो सेक्सी लग रही हैं.
एक यूज़र ने लिखा,
"हां बीते कुछ समय से ये फैशनेबल हो गया है. जब मैं ज्यादा रिवीलिंग कपड़े नहीं पहनती हूं तब मैं ऐसे कपड़े पहनती हूं जिनमें मेरा कैमल टो और निप्पलों के उभार साफ दिखें."कोरा पर एक सवाल तो हमें ये भी दिखा कि कैसे पैंट्स पहनें कि कैमल टो अच्छे से दिखें. जिस पर बाकायदा जवाब भी दिया गया था कि किस तरह के कपड़ों में कैमल टो ज्यादा अच्छे से दिखता है.
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हालांकि, इस तरह के जितने भी पोस्ट हमने देखे वो या तो विदेशी महिलाओं ने किए थे या फिर वो अनाम पोस्ट थे.
लेकिन हम तो इंडिया की बात करेंगे. हमारे यहां शुरुआत से ही लड़कियों को ऐसे कपड़े पहनाए जाते हैं जिनमें उनके जेनिटल्स और ब्रेस्ट का हिस्सा न सिर्फ ढका रहे, बल्कि ऐसे ढका रहे कि देखने पर उसके होने का पता भी न चले. बचपन में फ्रॉक, फिर स्कर्ट, ज्यादार स्कूलों में प्यूबर्टी की उम्र आते ही लड़कियों को तिकोने दुपट्टे वाली सलवार कमीज़ पहनने को कहा जाता है. दुपट्टा और ब्रेस्ट की बात फिर कभी करेंगे. लेकिन उम्र के साथ लड़कियां अमूमन जो कपड़े पहनती हैं उनका लाइनअप आप देखिए- फ्रॉक, स्कर्ट, सलवार कमीज़ और उसके बाद साड़ी. ट्रेडिशनल की तरफ जाएंगे तो लहंगा. इनमें से किसी भी परिधान में कैमल टो दिखने का स्कोप नहीं होता है.
जींस पहनने पर लड़की को दुकान से निकाला, जींस संस्कृति के खिलाफ है, जींस पहनने से देश का पश्चिमीकरण होता है... टाइप की बातें अक्सर सुनने को मिलती हैं. ऐसे में ऐसा कोई कपड़ा जिसमें लड़की के जननांग का उभार दिखे, ये तो स्कैंडल हो जाएगा. लेकिन प्रैक्टिकली ज्यादातर कपड़े ऐसे होते हैं जिनमें कैमल टो बनने और दिखने की पूरी संभावना होती है.
इनमें लैगिंग तो है ही. उसके अलावा आप जिम वाले टाइट्स ले लीजिए. उनका कपड़ा ऐसा होता है कि उनमें कैमल टो को अवॉइड किया ही नहीं जा सकता है. उसके अलावा जींस, गए वो दिन जब एकदम रफ एंड टफ और हार्ड जींस आती थी. अब आती हैं सॉफ्ट, स्किन पर कम्फर्टेबल लगने वाली जींस. इन जींस में भी कैमल टो अक्सर दिख जाता है. अब जिन लड़कियों को शुरुआत से ही ऐसे कपड़े पहनने की ट्रेनिंग मिली हो जिनमें शरीर के उभार कम से कम दिखें, उन्हें कैमल टो दिखने पर शर्मिंदगी होती है.
इंडिया में लड़कियों के कपड़ों की टाइमलाइन कुछ ऐसी है- फ्रॉक, स्कर्ट, सलवार कमीज़ और फिर साड़ी. कुछ इलाकों में लहंगा या घाघरा चोली. फोटो- Pixabay
इस शर्मिंदगी में वो या तो लंबे टॉप्स पहनती हैं या फिर ऐसे उपाय खोजने लगती हैं जिनसे कैमल टो से बचा जा सके. पर वो उपाय क्या होंगे, एक-एक करके उन पर बात करते हैं.
- ज्यादातर पैंट, जींस या टाइट्स में लिखा होता है कि वो मिड राइस है, लो वेस्ट है या फिर हाई वेस्ट है. उसे वैसे ही पहनें. अगर आप लो वेस्ट को खींचकर नाभी तक पहनने की कोशिश करेंगी, या मिड वेस्ट को ऊपर तक पहनने की कोशिश करेंगी तो आपका पैंट वजाइना से टकराएगा और उससे कैमल टो बनने का रिस्क बना रहेगा.
- आप पैंटी लाइनर्स का इस्तेमाल करके कैमल टो से बच सकती हैं. हालांकि, इसके इस्तेमाल के दौरान आपको इसका खास ध्यान रखना होगा कि आप समय-समय पर अपना वजाइनल एरिया साफ करती रहें और पैंटी लाइनर्स बदलती रहें. कई घंटों तक एक ही पैंटी लाइनर पहनने पर वजाइनल इंफेक्शन और रैशेस का रिस्क रहता है.
- मार्केट में सिलिकॉन पैड्स भी आते हैं जिन्हें आप अपने पैंट के उस हिस्से में लगाकर इस्तेमाल कर सकती हैं जो प्राइवेट पार्ट से टच होता है. ये कैमल टो कंसीलर के नाम से मिलते हैं. इसका इस्तेमाल अक्सर स्विमिंग कॉस्ट्यूम, जिम पैंट्स के साथ किया जाता है. हालांकि, ये पैड्स काफी महंगे होते हैं.
अगर आप जींस पहनती हैं तो कैमल टो को अवॉइड करने के लिए उसे उसकी लेंथ के हिसाब से ही पहनें. यानी लो वेस्ट को खींचकर नाभी के ऊपर नहीं पहनना है. सांकेतिक फोटो- पिक्साबे
- एक तरीका है गाढ़े रंग के या फिर प्रिंटेड पैंट्स या बॉटम्स पहनने का. काले रंग के कपड़ों में कैमल टो बनता ज़रूर है पर दिखता नहीं है. इसी तरह कपड़ों पर बने प्रिंट्स कई बार उनमें बनने वाले शेप्स को दबा देते हैं.
लेकिन अगर आप अपने कैमल टो के साथ कम्फर्टेबल हैं. अगर आपको उसे छुपाने की ज़रूरत नहीं लगती है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. अगर कोई उसे लेकर आपको शेम करता है, आपको बुरा फील कराता है तो ये उसकी प्रॉब्लम है. कैमल टो उतना ही कॉमन है जितना कॉमन ब्रेस्ट के उभार दिखना. इसलिए अगर आप सहज हैं तो ये बेहद अच्छी बात है.