रत्ना पाठक शाह ने बताया- डायरेक्टर्स शबाना आज़मी और स्मिता पाटिल को ज़बरदस्ती रुलाते थे
"70-80s की फ़िल्मों में या तो महिलाएं रोती रहती थीं या गुस्से में रहती थीं."
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सौरभ द्विवेदी ने रत्ना पाठक शाह को बर्शडे विश किया और ऐक्ट्रेस ने मौज ले ली