विदेश से भारत आई महिला का आरोप- प्लेन में सहयात्री ने यौन शोषण किया
आरोपी पेशे से डॉक्टर है और सऊदी अरब के बड़े मेडिकल कॉलेज में काम करता है.

सऊदी अरब के जेद्दा से चेन्नई आ रहे एक विमान में महिला यात्री से यौन शोषण का एक मामला सामने आया है. पीड़िता ने 19 जून को ट्विटर पर थ्रेड के जरिए अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी है. पीड़िता मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं.
वो सऊदी एयरलाइंस के विमान से जेद्दा से चेन्नई की यात्रा कर रही थीं, जब एक व्यक्ति ने उन्हें ग़लत तरीक़े से छुआ. लैंड करने के बाद महिला ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई.
पीड़िता ने ट्विटर थ्रेड में लिखा,
मैं अकेले यात्रा कर रही थी और विंडो सीट पर बैठी थी. फ़्लाइट लैंड करने में एक घंटा बचा होगा. मैंने महसूस किया कि मेरे सीने के किनारे कुछ रगड़ रहा है. मुझे लगा कि कि मेरा स्कार्फ या टॉप होगा. और, मैं वापस से जो देख रही थी, देखने लगी.
कुछ देर बाद मुझे फिर से वही रगड़ महसूस हुई. इस बार बिना हिले-डुले मैंने तिरछी आंख से देखा. मुझे एक हथेली पीछे हटते हुए दिखी. मैं ऐसे ऐक्ट करती रही कि जो मैं कर रही हूं, वो कर रही हूं. फिर मैंने देखा कि वही हाथ फिर मुझे छूने आया. मैं बिल्कुल नंब हो गई. मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था, लेकिन मुझे पता था कि मुझे क्या करना है.
मैं तुरंत खड़ी हुई और अपने ठीक पीछे बैठे शख्स को मैंने कंफ्रंट किया. मैंने उससे पूछा, 'आपको सेंस नहीं है? आप पढ़े-लिखे हैं न? अपना हाथ दूर रखिए मुझसे!'
उसने तुरंत माफी मांगनी शुरू कर दी - 'सॉरी मैडम. सॉरी मैडम. प्लीज़ सीन न बनाएं."
आगे उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने प्लेन के क्रू मेंबर्स को घटना की जानकारी दी. क्रू की महिलाओं ने उनके साथ अच्छे से व्यवहार किया. उन्हें पानी दिया और आश्वस्त किया. इसी दौरान क्रू के एक पुरुष मेंबर ने आरोपी से बात की. पीड़िता ने लिखा,
“मैं महिला क्रू मेम्बर्स से कह रही थी कि मैं एक आधिकारिक शिकायत दर्ज कराना चाहती हूं. तभी एक सीनियर क्रू लीड (एक पुरुष) मुझे शिकायत में शामिल काग़ज़ी कार्रवाई के बारे में बताने लगा. मुझे लगा कि वह मुझे शिकायत दर्ज करने से रोक रहा था, लेकिन मैं शिकायत दर्ज कराने अड़ी रही.”
जब पीड़िता वापस अपनी सीट पर आईं, तो आरोपी ने अपनी सीट बदल ली थी और वहां कोई नहीं था. फिर महिला स्टाफ़ ने उनसे आरोपी की पहचान करने के लिए कहा. इसके बाद क्रू ने आरोपी का पासपोर्ट छीन लिया और कप्तान ने घटना के बारे में ग्राउंड क्रू को सूचित कर दिया.
जब प्लेन लैंड हुआ, तो CRPF के जवान और ग्राउंड एयरपोर्ट के अधिकारी पीड़िता और आरोपी की प्रतीक्षा कर रहे थे. पीड़िता को अलग ले जाकर शांत कराया गया. सभी ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा. ख़ास तौर पर महिला स्टाफ़ ने. इसलिए आरोपी और पीड़िता को एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उस व्यक्ति के ख़िलाफ़ औपचारिक शिकायत दर्ज की गई.
पीड़िता अपने थ्रेड में ये भी बताया कि वो व्यक्ति तमिलनाडु के तंजावुर का रहने वाला है और जेद्दा में किंग खालिद मेडिकल अस्पताल में काम करता है. आरोपी के पिता भी डॉक्टर हैं और उसका भाई भी. पीड़िता ने लिखा कि जब वे थाने जा रहे थे तो आरोपी उसे बख्श देने की गुहार लगा रहा था. कह रहा था,
"मैंने पहली बार ऐसा कुछ किया है. मैं एक डॉक्टर हूं. मेरा करियर ख़राब हो जाएगा. मेरी पत्नी और एक बेटी हैं."
हालांकि, पीड़िता ने शिकायत वापस ले ली. वजह ये थी कि वो कुछ पर्सनल काम से चेन्नई आई थीं और केवल 10 दिन के लिए ही भारत में थीं. उनके पास इतना वक्त नहीं था कि वो अदालत जा सकें या केस की सुनवाई में भाग ले सकें. उन्होंने लिखा कि संभवतः ये एक बड़ी वजह है जिसके चलते विदेश में रहने वाले भारतीय कानूनी कार्रवाई नहीं करते हैं.