केरल का एक लड़का जो बचपन में बीड़ी के बंडल रोल करता था, वकालत पढ़ता है. फिरसुप्रीम कोर्ट में वकालत करता है. लेकिन पत्नी को अमेरिका में नौकरी मिल जाती है तोवकालत छोड़ विदेश चला जाता है. वहां वकालत नहीं कर पाता तो सेल्समैन बन जाता है.लेकिन कोर्ट से दूरी बर्दाश्त नहीं कर पाया. फिर पढ़ाई और अमेरिका में वकालत शुरूकी. और आज ये शख्स टेक्सस की कोर्ट में जज बनकर सब कुछ पीछे छोड़ चुका है. येरोलरकोस्टर कहानी है सुरेंद्रन के पटेल की जिन्होंने 1 जनवरी को टेक्सस कीडिस्ट्रिक्ट कोर्ट में जज के रूप में शपथ ली है. अंग्रेजी मैग्जीन द वीक नेसुरेंद्रन पटेल से बातचीत की है. उनकी संघर्षों की कहानी किसी के भी जीवन को देखनेका नज़रिया बदल देगी.