बीते 8 फरवरी को पब्लिश हुए इस रिसर्च पेपर में कहा गया है कि ग्लोबल वार्मिंग कोकम करने के लिए पृथ्वी और सूरज के बीच चांद की धूल फैलाई जा सकती है. अब सवाल ये किये हो सकता है क्या? और ये कितना कारगर है? इसे लेकर कुछ चिंताएं भी हैं, वो क्याहैं? ये सब समझने के लिए देखनी होगी आज की मास्टरक्लास. - सबसे पहले ये समझते हैं कि ग्लोबल वार्मिंग क्या है?- चांद पर माइनिंग को लेकर कोई नियम कानून भी है क्या?