साल 2008. एक किताब लॉन्च होती है. नाम, 'इस्लामिक मदरसे बेनकाब'. किताब का विमोचनतब के RSS प्रमुख केएस सुदर्शन करते हैं. इस किताब को लिखा था एक पत्रकार ने. देशभर, खास तौर पर सीमा से सटे इलाकों के मदरसों के बारे में. किताब में मदरसों कोलेकर कई खुलासे करने का दावा किया गया. आगे आप समझ ही गए होंगे. किताब पब्लिक हुईऔर बवाल मच गया. किताब लिखने वाले पत्रकार कहते हैं कि बवाल इतना बढ़ गया कि आतंकीसंगठन लश्कर-ए-तैयबा ने उनके सिर पर 20 लाख का इनाम रख दिया. ये पत्रकार थे नवीनकुमार जिंदल, जो फिलवक्त पैगंबर मोहम्मद पर अपने कथित आपत्तिजनक ट्वीट के लिए बेहदकड़ी आलोचना का सामना कर रहे हैं. पत्रकार से नेता बने नवीन जिंदल को बीजेपी ने 5जून को निष्कासित कर दिया. देखें वीडियो.