दी लल्लनटॉप के ग्लोबल न्यूज़ बुलेटिन 'दुनियादारी' में आज बात हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश की. बांग्लादेश की बीते कुछ रोज़ से काफी आलोचना हो रही है. इस आलोचना का संबंध है, बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों से. बांग्लादेश इन रिफ़्यूजियों को मेनलैंड से दूर एक वीरान द्वीप पर रिलोकेट कर रहा है. भौगोलिक कारणों के चलते इस द्वीप को ख़तरनाक बताया जा रहा है. क्या शरणागत को ऐसे द्वीप पर बसाना सही है? इन्हीं सवालों को लेकर मानवाधिकार संगठन बांग्लादेश पर अमानवीयता बरतने का आरोप लगा रहे हैं. मगर क्या ये मामला इतना ही ब्लैक ऐंड वाइट है, जैसा बताया जा रहा है? या फिर बांग्लादेश को उदारता बरतने, मानवीयता दिखाने की कीमत चुकानी पड़ रही है? ये क्या मामला है, विस्तार से बताते हैं आपको