साल 1998. राहुल द्रविड़, एक युवा भारतीय क्रिकेटर. स्टीव वॉ, ऑस्ट्रेलिया केदिग्गज. द्रविड़ ने वॉ से रिक्वेस्ट करी कि वह गेम के मेंटल साइड से निपटने मेंउनकी हेल्प करें. द्रविड़, वॉ के बड़े फैन थे और उनसे दबाव से निपटने की कला सीखनाचाहते थे. उन्होंने वॉ से काफी देर तक चर्चा की. नई चीजें सीखी. इस बात को पांच सालबीत गए. राहुल द्रविड़ को अब मिलने लगी थी- फुल इज्जत. टीम इंडिया में रेगुलर थे.हर मुसीबत में सबसे पहले उन्हें ही हांक लगाई जाती थी. ऐसी ही एक मुसीबत आई साल2003 में. इंडियन क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया टूर पर थी.क्या हुआ उस टूर पर, जानने केलिए वीडियो देखिये -