30 सितंबर को मद्रास हाई कोर्ट में सुनवाई हो रही थी. सुनवाई करने वाली हाईकोर्टबेंच में जस्टिस SM सुब्रमण्यम और जस्टिस वी शिवज्ञानम थे. इस याचिका में कामराज नेअपनी बेटियों की कामयाबियों के बारे में भी बताया. उन्होंने बताया कि फाउंडेशन जॉइनकरने से पहले उनकी बेटियां पढ़ाई-लिखाई और प्रोफेशनल लाइफ में काफी आगे थीं. उनकीबड़ी बेटी ने UK (United Kingdom) की एक जानी मानी यूनिवर्सिटी से मेकैट्रॉनिक्स मेंपोस्ट ग्रेजुएशन किया है. 2008 में अपने पति को तलाक देने से पहले वो अच्छी सैलरीपर काम भी कर रही थीं. तलाक के बाद उन्होंने सद्गुरु के फाउंडेशन में योग क्लाससेज़लेनी शुरू की.