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अखिलेश यादव के 'सांड' वाले बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ का 'नन्दी' वाला जवाब

मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार में सांडों को स्लॉटर हाउस भेज दिया जाता था, लेकिन उनकी सरकार...

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Yogi Adityanath and Akhilesh Yadav
विधानसभा में बोलते योगी आदित्यनाथ, सुनते अखिलेश यादव. (तस्वीर- ट्विटर)
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रणवीर सिंह
11 अगस्त 2023 (Updated: 11 अगस्त 2023, 05:10 PM IST) कॉमेंट्स
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उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन को सम्बोधित किया. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सांड वाली टिप्पणी पर जवाब देते हुए कहा कि जो सांड आप की सरकार में बूचड़खाने के हवाले होता था, हमारे समय में यह पशुधन के साथ जुड़ा हुआ है. सीएम योगी ने कहा, 

"हम नन्दी के रूप में सांड की पूजा करते हैं. नेता विरोधी दल को बाढ़ और सूखा की समस्या पर सिर्फ गोरखपुर का जलभराव दिखा."

विपक्ष पर तंज करते हुए सीएम ने कहा कि तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल है कि फिर भी तुम्हें कोई यकीन नहीं. योगी ने कहा कि जो लोग बचपन से चांदी के चम्मच में खाते हैं वो ग़रीब की समस्या को नहीं समझ सकते.

वन ट्रिलियन डॉलर पर करें चर्चा 

अखिलेश यादव पर सीधा निशाना साधते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,

"इनको परेशानी आवारा पशुओं से नहीं है बल्कि स्लॉटर हाउस बन्द होने से है. स्लॉटर हाउस इनकी कमाई का ज़रिया थे." 

मुख्यमंत्री ने वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी पर अखिलेश यादव को जवाब देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष बाढ़ सूखे और किसानों पर बोलने की बजाय सब पर बोलते रहे. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि क्यों न एक बार सदन में 36 घंटे वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी पर चर्चा कर ली जाए? सीएम ने कांवड़ियों पर भी अखिलेश यादव को जवाब दिया कि वो फूल बरसाने ख़ुद गए थे, लेकिन सपा सरकार ने तो कांवड़ यात्रा पर ही प्रतिबंध लगा दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में उनकी सरकार बनने पर कांवड़ यात्रा के साथ-साथ जेलों और पुलिस थानों में जन्माष्टमी का त्यौहार मनाने पर लगे प्रतिबंध को ख़त्म किया गया.

PDA पर सीएम ने किया सवाल 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने पिछड़ों और अति पिछड़ा के साथ क्या बर्ताव किया था यह पूरा देश जानता है. जो बच्चे इंसेफ्लाइटिस से हर साल मरते थे, उनके लिए 4 बार सपा की सरकार ने क्या किया? क्या वो बच्चे 'PDA' में नहीं आते थे? जिन 55 लाख लोगों को पीएम आवास मिले, क्या वे 'PDA' में नहीं आते हैं? मुख्यमंत्री ने अतीक़ अहमद का नाम लिए बिना कहा,

“हमने माफ़िया के कब्जे से ज़मीन छुड़ाकर ग़रीबों को घर देने का काम किया है.”

शिवपाल जी समय से निकल लीजिए

सदन में मुख्यमंत्री होगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर अखिलेश ने किसानों का ध्यान रखा होता तो सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या इनके कार्यकाल में नहीं की होती. सीएम बोले कि सोना चांदी से प्यार करने वाले लोग किसान की पीड़ा नहीं समझ पाएंगे. 

सीएम ने सपा महासचिव और विधायक शिवपाल यादव से मुस्कुराते हुए कहा,

"आपके प्रति हमारी बहुत सहानुभूति है. आपके साथ अन्याय हुआ है हम जानते हैं. आपकी कीमत यह लोग नहीं समझेंगे. समय रहते निकल लीजिए, इसी में आपकी भलाई है."

सीएम ने शिवपाल यादव से कहा कि आपको अपने मित्र (ओम प्रकाश राजभर) से कुछ सीख ले लेनी चाहिए.

अस्पतालों में भीड़ यानी जनता का विश्वास 

बाढ़ सूखे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आम तौर पर 15 से 20 जून तक यूपी में मॉनसून आ जाता था. लेकिन इस साल मॉनसून लेट भी आया और कई ज़िलों में बरसात कम हुई है. बावजूद इसके यूपी की स्थिति कई राज्यों से बेहतर है. कम बारिश की वजह से कुछ नुकसान हुआ है, जिसपर सरकार योजना बनाकर काम कर रही है. अस्पतालों की बदहाली के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जर्जर अस्पताल पिछली सरकार ने दिए थे, जिन्हें ठीक करने में वक्त तो लगेगा, लेकिन सरकारी अस्पतालों में लगने वाली भीड़ बता रही है कि लोगों का सरकारी अस्पतालों पर विश्वास बढ़ रहा है.

सीएम ने गिनाए आंकड़े 

आंकड़े पेश कर सीएम योगी ने बताया कि कैसे उनके 6 साल से ज्यादा के कार्यकाल में बीजेपी की सरकार ने लोगों को राहत दी है. आवास योजना से लेकर किसानों तक को कैसे योजना का फायदा दिया गया, योगी आदित्यनाथ ने इसकी विस्तृत जानकारी दी. 

सीएम ने कहा कि किसानों की फसलों की खरीद पहले बिचौलियों के ज़रिए होती थी, जबकि उन्होंने सीधे खरीद सुनिश्चित की. सीएम ने बिजली उपलब्धता का दावा करते हुए कहा कि शहरों में 24 घंटे, तहसीलों में 20 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली दी जा रही है.

वीडियो: योगी आदित्यनाथ इंटरव्यू में ज्ञानवापी को ऐतिहासिक गलती बता मुस्लिमों से क्या बोल गए?

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