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अब 1983 वर्ल्डकप विजेता टीम महिला पहलवानों के समर्थन में आ गई, कह दी बड़ी बात!

"स्टार क्रिकेटर चुप क्यों"- धरने पर बैठे पहलवानों ने कहा था और अब...

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Wrestlers, 1983 WORLD CUP, Kapil dev
भारतीय पहलवानों को मिला दिग्गजों का साथ (PTI)
2 जून 2023 (Updated: 2 जून 2023, 15:25 IST)
Updated: 2 जून 2023 15:25 IST
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बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को अब दिग्गज भारतीय क्रिकेटर्स का साथ मिला है. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1983 की विश्व विजेता टीम की तरफ से पहलवानों के समर्थन में साझा बयान जारी किया गया है. कपिल देव की अगुवाई में सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ, के श्रीकांत, सैयद किरमानी, यशपाल शर्मा, मदन लाल, बलविंदर सिंह संधू, संदीप पाटिल, कीर्ति आजाद और रोजर बिन्नी जैसे स्टार्स से सजी भारतीय टीम के दिग्गजों ने रेसलर्स से मेडल को गंगा में नहीं बहाने का आग्रह किया है. क्रिकेटर्स द्वारा जारी साझा बयान में कहा गया,

‘पहलवानों के साथ जो हुआ वो गलत हुआ. उन्होंने देश का मान दुनियाभर में बढाया है. उनकी बात को लेकर सरकार जल्द कोई फैसला करे. हम पहलवानों से आग्रह करते हैं कि वे इस मामले में जल्दबाजी में कोई फैसला न लें. उम्मीद है कि पहलवानों की बात सरकार द्वारा सुनी जाएगी. ’

इससे पहले भी कपिल देव, हरभजन सिंह और इरफान पठान ने रेसलर्स के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर अपनी बात कही थी. कपिल देव ने रेसलर्स के सपोर्ट में इंस्टा स्टोरी शेयर की थी. जिसमें उन्होंने रेसलर्स की फोटो शेयर करते हुए सवाल किया,

‘क्या इन्हें कभी न्याय मिल पाएगा?’

वहीं पूर्व क्रिकेटर और AAP के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने ट्वीट कर लिखा,

‘साक्षी, विनेश भारत की शान हैं. एक खिलाड़ी के तौर पर यह देखकर दुख होता है कि हमारे देश के इन गौरवों को सड़कों पर आकर प्रोटेस्ट करना पड़ रहा है. मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें जल्द ही न्याय मिले.’ 

इसके साथ ही हरभजन सिंह ने #IStandWithWrestlers हैशटैग का भी यूज किया.

जबकि दिग्गज ऑलराउंडर इरफान पठान ने समर्थन में ट्वीट कर लिखा,

‘भारतीय एथलीट हमेशा हमारे गौरव होते हैं, ना कि केवल तब जब वो हमारे लिए मेडल लेकर आते हैं...’


बताते चलें कि 30 मई को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में मिले मेडल्स को गंगा नदी में बहाने का ऐलान किया था. हालांकि, बाद में उन्होंने ऐसा नहीं किया. सभी पहलवान 30 मई की शाम हरिद्वार पहुंचे थे. मेडल बहाने से पहले 'हर की पौड़ी' में पहलवान रोते हुए नजर आए. लेकिन इसी दौरान किसान नेता नरेश टिकैत भी शाम को हरिद्वार पहुंचे और उन्होंने पहलवानों को ऐसा नहीं करने के लिए मनाया. इसके बाद नरेश टिकैत ने पहलवानों के मेडल ले लिए और उनसे पांच दिन का समय मांगा. 

वीडियो: धोनी रिटायरमेंट पर असल फैसला इस रिपोर्ट के आने के बाद लेंगे

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