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महिला ने अस्पताल में नमाज पढ़ी, FIR का हल्ला मचा, पुलिस बोली- अपराध नहीं

मामला यूपी के प्रयागराज का है.

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VIRAL VIDEO THUMBNAIL
वायरल वीडियो से लिए गए स्क्रीनशॉट. (फोटो: सोशल मीडिया)
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23 सितंबर 2022 (Updated: 23 सितंबर 2022, 10:08 PM IST)
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला एक अस्पताल के अंदर नमाज़ (Namaz Video) अदा करते हुए नजर आ रही है. इस वीडियो को लेकर खूब हलचल मची. अस्पताल प्रशासन ने जांच की बात कही. वहीं पुलिस की तरफ से भी बयान जारी किया गया. पूरा मामला प्रयागराज का है.

मरीज के लिए पढ़ी नमाज

मीडिया रिपोर्रट्स के मुताबिक, दरअसल प्रयागराज के तेज बहादुर सप्रू अस्पताल (बेली अस्पताल) में डेंगू वार्ड के बाहर एक मुस्लिम महिला नमाज पढ़ रही थी, जिसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो में महिला जमीन पर चादर बिछाकर नमाज पढ़ रही थी और आस पास के लोग उसे देख रहे थे. वीडियो में नमाज पढ़ने के बाद महिला उठती है और कुछ दूर जाकर बैठ जाती है. 

इस वीडियो के वायरल होने के बाद मामले पर अस्पताल के MS डॉ. एमके अखाउरी ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि वार्ड में इस तरह की किसी भी चीज को रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं. उन्होने बताया कि जिस महिला ने वार्ड में नमाज पढ़ी है, वो एक डेंगू मरीज की देखभाल के लिए है. और हमने वार्ड के सभी इंचार्ज को निर्देश दिए है कि आगे ऐसी किसी भी घटना पर ध्यान दें. साथ ही महिला को भी बताया है कि आगे से वो ऐसी चीजें ना करें.

इस बीच इस वायरल वीडियो को लेकर FIR की बात हुई. हालांकि, मामले में FIR की कोई पुष्टि नहीं हुई. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा,

“अस्पताल में भर्ती, अपने रिश्तेदार की देखभाल करने वाले किसी कोने में, किसी को तकलीफ दिए बगैर, अपने मजहमब के मुताबिक इबादत करते हैं तो इसमें जुर्म क्या है? क्या UP पुलिस के पास कोई और काम नहीं है? जहां भी नमाज पढ़ी जाती है, वहां नमाजियों पर FIR दर्ज हो जाती है.”

 
पुलिस ने कहा-अपराध नहीं

इधर इस मामले में प्रयागराज पुलिस का बयान आया है. पुलिस ने एक ट्वीट करते हुए कहा, 

"वायरल वीडियो की जांच में पाया गया है कि वीडियो में दिख रही महीला के द्वारा बिना किसी गलत इरादे के, किसीके भी कार्य अथवा आवागमन को प्रभावित किए बिना चिकित्सालय में भर्ती अपने मरीज के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हुए नमाज अदा की गई."

पुलिस की ट्वीट में आगे कहा गया कि उनका यह कृत्य किसी अपराध की श्रेणी में नहीं आता है.

(ये स्टोरी हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे आर्यन ने लिखी है.)

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