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यमुना तीरे श्री श्री रविशंकर के प्रोग्राम पर डला NGT का लंगड़

पर्यावरण फ्रेंडली लोगों ने शुक्रवार से होने वाले प्रोग्राम पर की रोक की मांग. बुधवार को जारी रहेगी सुनवाई.

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8 मार्च 2016 (Updated: 8 मार्च 2016, 10:37 IST)
Updated: 8 मार्च 2016 10:37 IST
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श्री श्री रविशंकर की ऑर्गेनाइजेशन 'आर्ट ऑफ लिविंग' के 35 साल पूरे हो गए हैं. इसी खुशी में मीठी सी आवाज वाले श्री श्री रविशंकर दिल्ली में यमुना तीरे वर्ल्ड कल्चल फेस्टिवल करने जा रहे हैं. 3 दिन तक चलने वाले इस इवेंट पर इको फ्रेंडली, नेचर के रक्षक लोगों ने रोक की मांग की है.  इसी मामले में मंगलवार को NGT में सुनवाई हुई. ये सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी. सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने NGT को बताया, 'प्रोग्राम के ऑर्गेनाइजर्स ने फायर डिपार्टमेंट और दिल्ली पुलिस से इजाजत नहीं मांगी थी. ' श्री श्री रविशंकर ने कहा, 'DDA ने कोर्ट में बताया कि हमने नियमों का किसी तरह से उल्लंघन नहीं किया है.' https://twitter.com/ANI_news/status/707152570700005376 https://twitter.com/ANI_news/status/707149984383127552 https://twitter.com/ANI_news/status/707143016549474304 https://twitter.com/ANI_news/status/707142851436503040 ये प्रोग्राम यमुना किनारे होना है तो पर्यावरण वालों को चिंता है. चिंता इस बात की यमुना में गंदगी बढ़ेगी. पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा. बता दें इस प्रोग्राम में करीब 35 लाख लोग शामिल होंगे. इवेंट का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी को करना है. 11 से 13 मार्च तक चलने वाले इस इवेंट में प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी को भी शामिल होना था. सूत्रों के मुताबिक, मुखर्जी इस इवेंट में अब शामिल नहीं होंगे. हालांकि शामिल न होने की वजह बताने से पहले सूत्र शायद मूत्र विसर्जन करने चला गया. Huhhhh: श्री श्री रविशंकर पर्यावरण वालों के विरोध से श्री श्री रविशंकर थोड़ा सा नाराज नजर आए. बोले- हमने यमुना किनारे को इसलिए चुना ताकि नदी की सफाई को लेकर लोगों को जागरुक किया जा सकें. हम पूरे देश में किसी भी खूबसूरत जगह को चुन सकते थे. ये बेहद मजाकिया बात है कि आर्ट ऑफ लिविंग नदी को पॉल्यूट कर रहा है. जिस काम के लिए हमें अवॉर्ड मिलना चाहिए था, हमें उसके लिए कोर्ट में घसीटा जा रहा है. 2 लाख 10 हजार टन का वजन और नाजुक सा ईको-सिस्टम इस प्रोग्राम में करीब 35 लाख लोग शामिल होंगे. पर्यावरण वालों का कहना है कि 35 लाख लोगों के आने से करीब 2 लाख 10 हजार टन का वजन नाजुक से ईको-सिस्टम पर पड़ेगा. पर्यावरण कार्यकर्ता आनंद ने कहा, 'हमने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में अपील की है, ताकि ये प्रोग्राम रद्द किया जा सके.' https://twitter.com/ANI_news/status/707087271334256640 बता दें कि इस प्रोग्राम में योगा क्लास, मेडिटेशन, पीस प्रेयर्स और ट्रेडिशनल कल्चरल प्रोग्राम्स किए जाएंगे.

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